उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ (Azamgarh) जनपद में भूत-प्रेत बाधा और पैसों का लालच देकर ईसाई धर्मांतरण (Conversion) का मामला सामने आया है। मामला महाराजगंज कस्बे का है, जहां जन्मदिन पार्टी के बहाने धर्म परिवर्तन की कोशिश की जा रही थी, जिसे पुलिस ने नाकाम कर दिया। हैरान करने वाली बात ये रही कि धर्मांतरण कराने वालों में लगभग सभी महिलाएं ही थीं। वहीं, बजरंग दल की सूचना पर पहुंची पुलिस ने 6 आरोपित महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महराजगंज कस्बे के विष्णु नगर वार्ड की अनुसूचित जाति बस्ती में किराए के मकान में रहने वाली कप्तानगंज के पिपरी गांव निवासी इंद्रकला ने अपने बेटे के जन्मदिन पर पार्टी का आयोजन किया था। इस कार्यक्रम में आसपास के गांवों के लोग भी आमंत्रित थे। इस बीच किसी ने पुलिस को सूचित किया कि इस कार्यक्रम में एक धर्म विशेष के प्रति धर्मांतरण के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
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सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने धर्मांतरण के इस खेल का भंडाफोड़ कर दिया। इस दौरान पुलिस को देखते ही कुछ लोग वहां से भाग निकले। तलाशी के दौरान पुलिस ने वहां से कुछ धार्मिक पुस्तकें और रफ कापियां बरामद की। वहां रखे दस्तावेजों में धार्मिक बातें लिखी हुई हैं।
पुलिस मौके से कई महिलाओं को हिरासत में लेकर थाने आई और पूछताछ शुरू कर दिया। पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपियों में इन्द्रकला, सुभागी देवी, साधना, समता, अनीता, सुनीता को धर्मान्तरण के मामले में संलिप्त पाया, जिसके बाद सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
मामले में एसपी देहात सिद्धार्थ कुमार ने बताया कि महराजगंज थाने में तैनात उप निरीक्षक कमलेश यादव स्टाफ के साथ क्षेत्र में थे, उसी दौरान उन्हें सूचना मिली कि कुछ महिलाओं द्वारा धर्म परिवर्तन के लिए गरीब लोगों को उकसाया जा रहा है और स्थानीय लोगों के विरोध करने पर उन्हें धमकी दी जा रही है।
उन्होंने बताया कि सूचना पाकर पुलिस महराजगंज नगर पंचायत के वार्ड संख्या-1 की दलित बस्ती में पहुंची, जहां जन्मदिन पार्टी के बहाने लोगों को धर्मांतरण के लिए प्रलोभन दिया जा रहा था। फिलहाल मौके से 6 महिलाओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। पूरे मामले में अग्रिम विधिक कर्रवाई की जा रही है।