भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर, जिन्होंने 2007 और 2011 में विश्व कप जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, अब भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच के रूप में अपनी रणनीतियों से टीम को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं। हाल ही में, इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में भारत ने 4-1 से शानदार जीत दर्ज की, जिसमें गंभीर के मास्टर प्लान का बड़ा योगदान रहा।
गौतम गंभीर ने टीम में निडर और आक्रामक खेल की संस्कृति को बढ़ावा दिया है। उनका मानना है कि टीम को हाई-रिस्क, हाई-रिवार्ड वाला क्रिकेट खेलना चाहिए, जिसमें मैच हारने का डर नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, “हम क्रिकेट का कोई भी मैच हारने से नहीं डरना चाहते, हम हाई-रिस्क, हाई-रिवार्ड वाला क्रिकेट खेलना चाहते हैं।”
गंभीर खिलाड़ियों के साथ सीधी बातचीत और व्यक्तिगत मार्गदर्शन पर जोर देते हैं। उदाहरण के लिए, दूसरे टी20 मैच में तिलक वर्मा ने मुश्किल परिस्थितियों में 72 रन की नाबाद पारी खेलकर टीम को जीत दिलाई। मैच के बाद तिलक ने खुलासा किया कि गंभीर ने उन्हें सिचुएशन के हिसाब से बैटिंग करने और हर ओवर में एक बाउंड्री की तलाश करने की सलाह दी थी, जिसे उन्होंने मैदान पर लागू किया।
आगामी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को ध्यान में रखते हुए, गंभीर ने वनडे क्रिकेट के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया है। वह टीम को आक्रामक क्रिकेट खेलने और फैंस को मनोरंजन देने पर जोर दे रहे हैं। उनका कहना है कि टीम के टॉप-7 बल्लेबाजों को कड़ी मेहनत करनी होगी और वनडे क्रिकेट में जितना संभव हो, उतना प्रयास करना होगा।
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विकेटकीपिंग के मामले में, गंभीर ने केएल राहुल को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा, “राहुल फिलहाल हमारे नंबर एक विकेटकीपर हैं। पंत को भी मौका मिलेगा, लेकिन अभी राहुल अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। हम दो विकेटकीपर-बल्लेबाज के साथ नहीं खेल सकते।”
गौतम गंभीर की इन रणनीतियों और मास्टर प्लान के चलते भारतीय क्रिकेट टीम ने हाल ही में महत्वपूर्ण जीत हासिल की है, और आगामी टूर्नामेंट्स में भी ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद है।
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