उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के खिलाफ एक और साजिश का खुलासा हुआ है। गाजियाबाद (Ghaziabad) के करहेड़ा इलाके में वाल्मिकि समाज (Valmiki Society) के 50 परिवार के 236 लोगों द्वारा बौद्ध धर्म अपनाने के मामले में मोन्टू वाल्मिकि की तहरीर पर साहिबाबाद थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। मोन्टू वाल्मिकि ने आरोप लगाया है कि धर्मांतरण की झूठी अफवाह फैलाकर वाल्मिकि समाज में वैमनस्यता फैलाने की कोशिश की जा रही है।
अपनी तहरीर में मोन्टू वाल्मिकि ने कहा है कि 21 अक्टूबर को करहेड़ा में कुछ अज्ञात लोगों व संगठनों द्वारा 230 लोगों के धर्मांतरण की झूठी अफवाह फैलाने की कोशिश की गई है और इससे संबंधित जो प्रमाण पत्र है, जिसमें कोई नाम व पता नहीं है। प्रमाण पत्र जारी करने की तारीख नहीं है, कोई पंजीकरण संख्या अंकित नहीं है। जिनपर किसी का भी नाम लिखा जा सकता है, जो एक आपराधिक षडयंत्र के तहत जाति हिंसा व लोगों में द्वेष भावना भड़काने व फैलान का प्रयास है।
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मोन्टू वाल्मिकि ने कहा कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार व अधिकारियों की सजगता, कार्यशैली से अपराधी अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हुए, लेकिन इन अपराधियों के द्वारा लोगों में धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने व हिंसा फैलाने का पूर्ण प्रयास किया है, जो आपराधिक कार्य है। मोन्टू वाल्मिकि ने ऐसे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई किये जाने की मांग की है।
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वहीं, मामले की जांच में आपराधिक षड्यंत्र का खुलासा हुआ है। सादे कागज व अधूरे कागजातों के आधार पर धर्मांतरण की झूठी अफवाह फैलाने की बात सामने आ रही है। इस साजिश में भोले-भाले लोगों को का इस्तेमाल किया गया। उधर, फॉर्म देने वालों ने बताया कि लाभकारी योजनाओं के फॉर्म दिये गए।
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