गाजियाबाद में सात गोतस्करों को गिरफ्तार करने वाले इंस्पेक्टर को अब एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया. दरअसल, गोतस्करों को एक ही जगह गोली पड़ने से इस मुठभेड़ पर सवाल उठना शुरू हो गए थे. जिसके बाद एसएसपी ने जब इंस्पेक्टर का ट्रांसफर किया तो वो बिफर गए. उन्होंने थाने की जीडी में तस्करा डाल दिया और इसकी कॉपी भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही. इन सबको अनुशासनहीनता मानते हुए एसएसपी ने इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया. हालाँकि अभी भी लोनी विधायक समेत कई संगठन इंस्पेक्टर के समर्थन में उतरे हुए हैं.
एसएसपी ने दिखाई सख्ती
जानकारी के मुताबिक, एसएसपी पवन कुमार ने शुरुआत से ही मामले में सख्ती बरतना शुरू कर दिया था. एसएसपी ने साफ़ तौर पर कहा था कि रवानगी करने के बाद इंस्पेक्टर के ड्यूटी ज्वाइन न करने की सूचना मिली है. अगर वह गैरहाजिर होतेे हैं तो अनुशासनहीनता के आरोप में रिपोर्ट लेकर विभागीय कार्रवाई की जाएगी. नौकरी करने का मन न होने को इस्तीफे के रूप में जोड़कर नहीं देखा जा सकता. अगर वह इस संबंध में कुछ लिखकर देंगे तो उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही ये भी माना जा रहा है कि तस्करा की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल होने की वजह से भी उनपर ये एक्शन लिया गया है.
एसएसपी का कहना है कि पूरे प्रकरण की सीओ लोनी जांच कर रहे हैं. उनकी जांच में यदि इंस्पेक्टर दोषी मिलते हैं, तो उन पर आगे भी विभागीय कार्रवाई हो सकती है. इंस्पेक्टर द्वारा जीडी में निजी बातों का तस्करा डालना पुलिस रेग्यूलेशन के खिलाफ है. कोई भी पुलिसकर्मी अपनी मर्जी के मुताबिक निजी बातें जीडी में नहीं लिख सकता है.
इंस्पेक्टर ने दी सफाई
वहीँ दूसरी तरफ इंस्पेक्टर का कहना है कि मुठभेड़ के बाद लोनी के भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर व हिंदू संगठनों द्वारा उनका सम्मान करने के कारण उन्हें थाने से हटाया गया है. उन्होंने सम्मान करने के लिए किसी को नहीं बुलाया था. लोग खुद थाने आए थे. अफसरों को इसमें कुछ गलत लगा तो पहले जांच कराते, फिर कार्रवाई करते. उन्होंने लोगों से कहा था कि वह उनका नहीं, एसएसपी का सम्मान करें, लेकिन लोग नहीं माने. अफसरों के मनाने के सवाल पर कहा कि जब मनोबल ही गिर गया है तो ड्यूटी कैसे ज्वाइन कर सकते हैं? इसलिए मना कर दिया
ALSO READ: संयोग या साजिश! गाजियाबाद में सातों बदमाशों के पैर में एक ही जगह लगी गोली, एनकाउंटर पर उठे सवाल