उत्तर प्रदेश सरकार (UP Government) ने प्रदेश को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का हब बनाने के लिए बड़ी योजना तैयार की है। इस योजना के तहत दिसंबर 2025 तक 10 लाख लोगों को एआई का प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा गया है।
बड़ी कंपनियों के साथ साझेदारी
प्रशिक्षण कार्य में देश-विदेश की कई प्रतिष्ठित आईटी कंपनियां जैसे माइक्रोसॉफ्ट, इंटेल, गुवी, एचसीएल, वाधवानी और वन एम वन बी (One Million One Billion) को जोड़ा गया है। ये कंपनियां मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स और एआई के विविध उपयोगों का प्रशिक्षण देंगी।
हर वर्ग के लोगों को मिलेगा प्रशिक्षण
राज्य के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के अनुसार, इस योजना का उद्देश्य युवाओं को रोजगार योग्य बनाना है। इसके साथ ही, एआई का इस्तेमाल प्रशासन, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और अन्य क्षेत्रों में बढ़ाया जाएगा।इस प्रशिक्षण में शहरी और ग्रामीण नागरिकों के अलावा सरकारी कर्मचारी, शिक्षक, डॉक्टर, नर्स, तकनीकी पेशेवर और किसान भी शामिल होंगे।
गुवी और वाधवानी कंपनियों की भूमिका
गुवी कंपनी इस योजना के तहत 3,500 से अधिक प्रशिक्षकों के माध्यम से ऑफलाइन प्रशिक्षण देगी। इसके लिए पहले प्रशिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी। वहीं, वाधवानी कंपनी वरिष्ठ शिक्षकों को ऑफलाइन और कनिष्ठ शिक्षकों एवं छात्रों को ऑनलाइन प्रशिक्षण देगी। इसके लिए गुरुमित्र एलएमएस प्लेटफॉर्म का उपयोग किया जाएगा।
तकनीकी दिग्गजों के साथ गठजोड़
वन मिलियन वन बिलियन कंपनी आईबीएम, ओप्पो और मेटा जैसी वैश्विक कंपनियों के सहयोग से प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाएगी। इनका फोकस शिक्षा, स्वास्थ्य, कारोबार, खेती और शासन में एआई के इस्तेमाल की समझ बढ़ाना होगा।
तीन चरणों में होगी योजना की क्रियान्विति
- पहले दो महीने: प्रशिक्षकों की नियुक्ति और पाठ्यक्रम तैयार किया जाएगा।
- तीसरे महीने: पूरे प्रदेश में प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना शुरू होगी।
विभागों को जारी हुए निर्देश
आईटी विभाग की विशेष सचिव नेहा जैन ने सभी विभागों, मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को विस्तृत आदेश भेज दिए हैं, ताकि योजना का समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा सके।