गोरखपुर एयरपोर्ट को मिली नई प्रवेश द्वार की मंजूरी

मुकेश कुमार, संवाददाता गोरखपुर। गोरखपुर एयरपोर्ट का प्रवेश गेट नंदानगर चौकी के सामने बनने पर डीजीसीए ने सहमति जता दी है। इससे एयरपोर्ट की दूरी शहर से एक किलोमीटर कम हो जाएगी और यात्रियों को आवागमन में अधिक सुविधा मिलेगी। साथ ही सुरक्षा को लेकर होने वाली दिक्कतें भी दूर हो जाएंगी। नया एयरपोर्ट नंदानगर पुलिस चौकी के सामने एमईएस (मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेस) परिसर में बनाया जा रहा है।
गोरखपुर में 42 एकड़ क्षेत्र में 1172 करोड़ रुपये की लागत से नए एयरपोर्ट का निर्माण किया जा रहा है। पर्यावरण मंत्रालय से इसकी मंजूरी पहले ही मिल चुकी है और सरकार ने 36 करोड़ रुपये की पहली किश्त जारी कर दी है। टर्मिनल बिल्डिंग 13 एकड़ में बनाई जाएगी, जिससे एक घंटे में दो से ढाई हजार यात्री आसानी से आवाजाही कर सकेंगे। नए एयरपोर्ट को मुंबई, दिल्ली और लखनऊ की तरह मल्टी-टर्मिनल सुविधाओं से लैस किया जाएगा। फिलहाल एयरपोर्ट पर एप्रन बनाने का काम जारी है।

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नए एयरपोर्ट पर एक बार में 10 जहाज पार्क करने की व्यवस्था होगी। इसका विस्तार तीन तरफ से किया जाएगा, जिससे एक साथ 1500 यात्री चेकइन और चेक-आउट कर सकेंगे। भविष्य में विस्तार होने के बाद एयरपोर्ट से चेन्नई, वाराणसी, जम्मू, पुणे समेत कई अन्य महत्वपूर्ण शहरों के लिए उड़ानें शुरू हो सकेंगी।
नंदानगर में प्रवेश गेट बनने से कैंट रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट के और करीब आ जाएगा। इससे देवरिया, कुशीनगर और अन्य जिलों के यात्रियों को लाभ मिलेगा। अगर किसी यात्री को फ्लाइट पकड़नी है, तो वह सीधे ट्रेन से कैंट स्टेशन पहुंचकर एयरपोर्ट तक आसानी से जा सकेगा।

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नए एयरपोर्ट बनने से एयरफोर्स एरिया की तरफ आवाजाही कम होगी, जिससे सुरक्षा व्यवस्था और यातायात प्रबंधन बेहतर हो सकेगा। इस आधुनिक हवाई अड्डे के निर्माण से गोरखपुर की कनेक्टिविटी को और मजबूती मिलेगी तथा यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

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