पुलवामा में आतंकी हमले (Pulwama Terror Attack) के बाद नरेंद्र मोदी सरकार (PM Narendra Modi) ने अब पाकिस्तान (Pakistan) के खिलाफ कड़ा कदम उठाने की दिशा में काम शुरू कर दिया है. सबसे पहले केंद्र सरकार ने पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन (Most Favoured Nation) का दर्जा वापस लेने का फैसला किया है.
इसके अलावा रणनीतिक तौर पर भी अंतरराष्ट्रीय समुदाय के जरिए पाकिस्तान पर कूटनीतिक दबाव बनाया जाएगा. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्यॉरिटी (सीसीएस) की बैठक में ये फैसले लिए गए. जिनकी जानकारी वित्त मंत्री अरुण जेटली ने दी.
बैठक में प्रधानमंत्री के अलावा गृह मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, वित्त मंत्री अरुण जेटली के अलावा तीनों सेनाओं के प्रमुख और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल शामिल हुए. होते हैं। इस बैठक में आगे की कार्रवाई पर चर्चा की जाएगी. इसमें विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था पर विचार किया जाएगा.
बता दें मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा जिस किसी भी देश को दिया जाता है उस देश को व्यापार में अधिक प्राथमिकता दी जाती है. साथ ही इसको प्राप्त करने वाले देश को ये भी आश्वासन दिया जाता है कि MFN देश को विश्व व्यापार संगठन द्वारा तय किए गए नियमों के अलावा और किसी भी व्यापार नियम के झंझट में नहीं पड़ना होगा. भारत ने पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा 1996 में दिया. जिसके बाद से ही पाकिस्तान को आयात-निर्यात में विशेष छूट तो मिलती ही थी साथ ही में MFN दर्जा होने के चलते पाकिस्तान को कारोबार में सबसे कम आयात शुल्क देना होता था. अब जब भारत पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीन लिया है तो पाकिस्तान काफी मुश्किल में पड़ जाएगा.
क्या है एमएफएन का दर्जा ?
विश्व व्यापार संगठन और इंटरनेशनल ट्रेड नियमों के आधार पर व्यापार में सर्वाधिक तरजीह वाला देश (एमएफएन) का दर्जा दिया जाता है. एमएफएन का दर्जा दिए जाने पर देश इस बात को लेकर आश्वस्त रहते हैं कि उसे व्यापार में नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा. भारत ने पाकिस्तान को 1996 में एमएफएन का दर्जा दिया था. पाकिस्तान को जब यह दर्जा मिला तो इसके साथ ही पाकिस्तान को अधिक आयात कोटा देने के साथ और उत्पादों को कम ट्रेड टैरिफ पर बेचे जाने की छूट मिलती थी. बता दें कि भारत की ओर से पाक को दिया गया यह दर्जा एकतरफा ही था. पाकिस्तान ने भारत को ऐसा कोई दर्जा नहीं दिया था. पाकिस्तान ने वर्ष 2012 में भारत को एमएफएन यानी विशेष तरजीह देश का दर्जा देने का ऐलान किया था, लेकिन अभी तक वो वादा नहीं निभाया है.
भारत-पाकिस्तान को चीनी, चाय, ऑयल केक, पेट्रोलियम ऑयल, कॉटन, टायर, रबड, समेत 14 वस्तुओं का प्रमुख रूप से निर्यात करता था. वहीं भारत, पाकिस्तान से कुल 19 प्रमुख उत्पादों का आयात करता है. इन उत्पादों में अमरूद, आम, अनानास, फ्रेबिक कॉटन, साइक्लिक हाइड्रोकॉर्बन, पेट्रोलियम गैस, पोर्टलैंड सीमेंट, कॉपर वेस्ट और स्क्रैप, कॉटन यॉर्न जैसे उत्पाद शामिल थे.
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