ISI व दंगों से जुड़ी संस्था के कार्यक्रम में स्वरा भास्कर संग शामिल हामिद अंसारी ने दिया विवादित बयान, बोले- भारत में बढ़ रही असहिष्णुता

भारत के पूर्व उपराष्‍ट्रपति हामिद अंसारी (Hamid Ansari) एक बार फिर अपने विवादित बयान की वजह से सुर्खियों में हैं। जिस संगठन का लिंक आईएसआई (ISI) से है और जिस पर देश में दंगे भड़काने का आरोप है, उसके मंच से हामिद अंसारी ने भारत के लोकतंत्र की आलोचना की और आरोप लगाया कि देश में असहिष्णुता बढ़ रही है। इस कार्यक्रम में अभिनेत्री स्वरा भास्कर (Swara Bhaskar) भी मौजूद रहीं।

मोदी सरकार पर हामिद अंसारी ने साधा निशाना

जानकारी के अनुसार, कार्यक्रम की आयोजक संस्था ‘इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल’ (आईएएमसी) है। यह संस्था पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई व भारत में दंगे कराने की साजिश से जुड़ी बताई जाती है। हामिद अंसारी ने इस संस्था के मंच से केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत में नागरिक राष्ट्रवाद को सांस्कृतिक राष्ट्रवाद से बदलने की कोशिशें हो रही हैं।

Also Read: मैनपुरी: मस्जिद के 52 वर्षीय इमाम ने 8 साल की बच्ची से किया रेप, फिर कुरान की कसम खिलाते हुए बोला- किसी को बताना नहीं

हामिद अंसारी ने कहा कि धार्मिक बहुमत को राजनीतिक एकाधिकार के रूप में पेश करके धर्म के आधार पर असहिष्णुता को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस कार्यक्रम में हामिद अंसारी के साथ अमेरिका के चार सांसद मौजूद थे। इनके अलावा अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग के प्रमुख ने भी कार्यक्रम में शिरकत की।

कार्यक्रम का विषय ‘भारत के बहुलतावादी संविधान का संरक्षण’

जानकारी के अनुसार इस कार्यक्रम का विषय ‘भारत के बहुलतावादी संविधान का संरक्षण’ था, जिसमें हामिद अंसारी एवं अन्य ने देश के अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरत भरे भाषणों, गैर कानूनी गतिविधि निवारक कानून के दुरुपयोग और कश्मीरी कार्यकर्ता खुर्रम परवेज की गिरफ्तारी का मुद्दा उठाया।

Also Read: सहारनपुर: पत्रकार सुधीर सैनी की हत्या मामले में गंभीर योगी सरकार, गिरफ्तार आरोपियों जहांगीर और फरमान पर NSA की कार्रवाई का आदेश

बता दें कि इन मुद्दों पर केंद्र सरकार अक्सर स्पष्ट रूप से अपनी बात कहती आई है। इन आरोपों का केंद्र सरकार ने कई बार खंडन भी किया है। सरकार ने कहा है कि भारत की संसदीय प्रणाली और कानून पूरी तरह से पारदर्शी हैं। नियमित और पारदर्शी ढंग से चुनाव कराए जाते हैं।

आयोजक संस्था में से एक त्रिपुरा दंगे के लिए जिम्मेदार

जानकारी के अनुसार, वॉशिंगटन में हुए इस वर्चुअल कार्यक्रम की आयोजक संस्था पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से जुड़े होने का आरोप है। यह कार्यक्रम 17 अमेरिकी संगठनों के एक ग्रुप ने आयोजित किया था। आयोजक संस्थाओं में से एक इंडियन-अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल भी है, जिसे त्रिपुरा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दायर हलफनामे में हाल ही में राज्य में हुए दंगों के लिए जिम्मेदार ठहराया है। इन 17 संस्थाओं में एमनेस्टी इंटरनेशनल यूएसए, जीनोसाइड वॉच, हिंदूज फार ह्यमन राइट्स, इंडियन अमेरिकी मुस्लिम काउंसिल शामिल हैं।

Also Read: कानपुर: फर्जी पासपोर्ट बनवाकर 200 से अधिक को विदेश भेजने वाला वसीम अली गिरफ्तार, आतंकी कनेक्शन के संकेत

इंडियन अमेरिकन मुस्लिम संस्था की सफाई

इस कार्यक्रम के आयोजकों में अग्रणी संस्था इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल का कहना है कि वह आईएसआई से जुड़ी नहीं है। वह नागरिक अधिकारों की रक्षा के लिए कार्यरत एक अमेरिकी संस्था है। हालांकि, कहा जा रहा है कि यह संस्था भारत में हिंदुओं का खौफ बताकर विषवमन करने में लिप्त रही है। वह भारतीय संसद में पास कानूनों का भी विरोध करती रही है। इस संस्था के सिमी से भी आतंकी रिश्ते होने के आरोप है।

( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )