उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) से प्रदेश की जनसंख्या के आधार पर चार रणजी ट्रॉफी टीमें बनाए जाने की मांग की है। उनका कहना है कि इतने बड़े राज्य में एक ही टीम होना युवाओं के अवसरों को सीमित करता है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई दिग्गज खिलाड़ी दिए हैं और चार टीमों के गठन से खिलाड़ियों को अधिक मौके मिलेंगे। यह मांग उन्होंने BCCI के अंतरिम अध्यक्ष राजीव शुक्ला के समक्ष रखी है।
अखिलेश यादव का तंज
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने इस मांग पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि ‘सरकार, संगठन, परिषद और वाहिनी की गुटबाज़ी में बँटे लोग अब यूपी की रणजी ट्रॉफी में भी चार टीमों की बात कर रहे हैं।’ उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री को क्रिकेट से कोई सरोकार नहीं है, यह सिर्फ आत्मप्रचार की एक कोशिश है।
क्रिकेट की नहीं, आत्मप्रचार की चिंता :अखिलेश
अखिलेश ने तंज करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को लगता है कि चार टीमों के बहाने कुछ लोग मैच देखने आएंगे और जब वे ‘हमारे बनाए स्टेडियम’ में आएंगे तो सौ-पचास लोग तो देखने वाले मिल ही जाएंगे। उन्हें क्रिकेट की नहीं, आत्मप्रचार की चिंता है।
अखिलेश यादव का आरोप
अखिलेश यादव ने इस मुद्दे के बहाने बीजेपी के अंदर संगठनात्मक कलह को भी निशाने पर लिया। उन्होंने ABVP और हिंदू युवा वाहिनी के बीच हाल ही में हुई कथित झड़पों को ‘परिषद’ और ‘वाहिनी’ के बीच संघर्ष बताते हुए कहा कि पार्टी के भीतर गुटबाज़ी अब क्रिकेट में भी दिख रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि दिल्ली और लखनऊ के बीच भी सत्ता को लेकर खींचतान जारी है।

















































