लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) के तीसरे चरण के मतदान के लिए सभी राजनीतिक दल जनसभाएं कर रहे हैं। इसी क्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने रविवार को उत्तर प्रदेश में तीन जनसभाएं कासगंज, मैनपुरी और इटावा में की। इस दौरान गृहमंत्री के निशाने पर विपक्ष के नेता रहे।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में नहीं गया कोई भी
अमित शाह ने कहा कि अखिलेश और डिंपल यादव को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण मिला। राहुल-सोनिया और खड़गे को भी मिला, लेकिन कोई वहां नहीं गया। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में जो लोग नहीं गए हैं, उन्हें मालूम है कि हम वो लोग हैं जिन्होंने कारसेवकों पर गोली चलवाई थी।
गृहमंत्री ने कहा कि कारसेवकों पर गोली चलाने वाली समाजवादी पार्टी को वोट देना है या राम मंदिर बनाने के लिए अपनी सरकारें कुर्बान करने वाली भाजपा को वोट देना है, ये निर्णय आपका है। ‘भाजपा तीसरी बार निर्वाचित होने पर पिछड़े वर्गों को आरक्षण वापस लेना चाहती है’ राहुल गांधी के इस आरोप पर अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस नेता सिर्प लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
आरक्षण वापस लेना होता तो ले चुके होते
शाह ने कहा कि अगर बीजेपी पिछड़े वर्गों का आरक्षण वापस लेने की दिशा में काम कर रही होती तो अब तक वह ऐसा कर चुकी होती। गृह मंत्री ने दोहराया कि जब तक भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए सत्ता में है, तब तक अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण या कोटा पर कोई पुनर्विचार नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा इस देश की सत्ता पर 10 साल से काबिज है और दो बार पूर्ण बहुमत के साथ चुनी गई है. अगर हम वास्तव में इस इरादे या प्रेरणा के साथ काम कर रहे होते देश में आरक्षण ख़त्म करो, अब तक हो गया होता सत्ता में है। कोई भी आरक्षण वापस लेने की हिम्मत नहीं कर सकता।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )