UP: आंवला में विपक्ष पर जमकर बरसे CM योगी, बोले- सत्ता से वंचित होने के बाद बिन पानी मछली जैसे तड़प रही सपा-कांग्रेस

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने रविवार को बरेली के आंवला लोकसभा क्षेत्र के सुभाष इंटर कॉलेज ग्राउंड में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान सीएम योगी ने आंवला लोकसभा सीट से सांसद व बीजेपी प्रत्याशी धर्मेंद्र कश्यप को फिर से जीत दिलाने की अपील की। साथ ही विपक्ष पर जमकर हमला बोला।

देश के सामने पहचान-सुरक्षा का संकट पैदा करने वाला कौन

सीएम योगी ने आंवला के ऐतिहासिक महत्व से अपना संवाद शुरू किया। सीएम ने कहा कि सत्ता से वंचित होने के बाद सपा-कांग्रेस, बसपा के लोग ऐसे तड़प रहे हैं, जैसे बिन पानी मछली तड़पती है। सीएम ने कहा कि कभी यक्ष ने धर्मराज युधिष्ठिर से 100 प्रश्न पूछे थे। हम समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस पार्टी से 10 सवाल पूछना चाहते हैं। कांग्रेस पार्टी ने 60-65 साल तो समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने यूपी में 3 से 4 बार शासन किया, लेकिन फिर भी इन्होंने समस्याएं पैदा कीं। हम पूछना चाहते हैं कि देश के सामने पहचान, सुरक्षा का संकट पैदा करने वाले कौन हैं।

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सपा परिवार में मिल जाएंगे महाभारत के सभी पात्र

सीएम ने कहा कि मुलायम सिंह की मृत्यु पर हम लोग लखनऊ व सैफई गए थे, लेकिन उप्र के विकास व रामजन्म भूमि के लिए कल्याण सिंह का जीवन समर्पित रहा। सपा के मुख से उनके लिए संवेदना के एक भी शब्द नहीं फूटे, लेकिन यह लोग माफिया के मरने पर फातिहा पढ़ने गए थे। ऐसे लोगों को सत्ता में आने का अधिकार नहीं है। सपा ने एक ही परिवार को टिकट बांट दिए। परिवार के बाहर उनकी सोच नहीं है। सहारा जाति का लेंगे, लेकिन घूम-फिर कर परिवार में ही आएंगे। सपा परिवार में महाभारत के सभी पात्र मिल जाएंगे।

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देश और यूपी को दंगों की आग में झोकना चाहती है सपा-कांग्रेस

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी देश और यूपी को दंगों की आग में झोकना चाहती है। ये लोग विकास में रोड़ा है। देश के विकास में किसी को रोड़ा नहीं बनने देना है। कांग्रेस चाहती तो आजादी के बाद राम जन्मभूमि के निर्माण का कार्य प्रशस्त हो गया होता, लेकिन यह राम के अस्तित्व पर सवाल उठाते रहे। रामलला को अपनी जन्मभूमि अयोध्या में लाने के लिए सबूत जुटाने पड़े, लेकिन सच कोई झूठला नहीं सकता। आखिरकार अयोध्या में मंदिर निर्माण हुआ और प्रभु राम अपने भव्य मंदिर में विराजमान हुए।

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