कानपुर: यूपी एटीएस के हाथ बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. यूपी एटीएस ने कानपुर से हिजबुल मुजाहिदीन का एक आतंकी गिरफ्तार किया है. प्रारंभिक पूछताछ में आतंकी ने अपना नाम कमर-उज-जमां उर्फ डॉ हुरैहा बताया है. पुलिस इस मामले में गिरफ्तार आतंकी से पूछताछ कर रही है. प्रारंभिक जांच में पुलिस को पता लगा है कि हिजबुल मुजाहिदीन का आतंकी कमर-उज-जमां उर्फ डॉ हुरैहा मूल रूप से असम के जमुनामुख के सराक पिली गांव का निवासी है.
गणेश चतुर्थी को थी बड़े हमले की साजिश
लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए डीजीपी ओपी सिंह ने गिरफ्तारी की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि गुरुवार सुबह कमरुज्जमा उर्फ डॉ हुरैहा को चकेरी थाना क्षेत्र से एटीएस की टीम और कानपुर पुलिस ने से गिरफ्तार किया है. डीजीपी ने बताया कि प्रारम्भिक पूछताछ में पता चला है कि उसकी योजना गणेश चतुर्थी पर किसी बड़े हमले को अंजाम देने की थी. ऐसा प्रतीत होता है कि हिजबुल मुजाहदीन ने इसे रेकी करने के लिए भेजा था. उसके पास से एक वीडियो भी बरामद हुआ है जो कानपुर के किसी मंदिर का है. उसने पूछताछ में स्वीकार किया है कि वह हिजबुल के लिए काम करता है. 2017 में इसने ओबामा नाम के आदमी के साथ कश्मीर में ट्रेनिंग ली. उसके बाद वह आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के संपर्क में आया और उसके लिए काम करने लगा. कमर-उज-जमां ने हिजबुल की ट्रेनिंग किश्तवाड़ के ऊपरी जगलों में ली.
डीजीपी ने बताया कि पकड़ा गया आतंकी पढा लिखा है. उसने कंप्यूटर और टाइपिंग की ट्रेनिंग भी ली है. 2008 से 2102 के बीच वह विदेश में भी रह चुका है. उसका विवाह 2013 में असम में ही हुआ है और उसे एक बेटा भी है.
पुलिस के मुताबिक कमर-उज-जमां ने अप्रैल 2018 में सोशल मीडिया पर AK-47 के साथ अपनी फोटो डालकर सुर्ख़ियों में आया था. जिसके बाद से पुलिस को उसकी तलाश थी. इस संबंध में यूपी पुलिस ने एनआईए का भी सहयोग लिया.
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