भारत ने इंग्लैंड को ओवल में हराकर इतिहास रच दिया. विराट कोहली (Virat Kohli) ने इस जीत के साथ बड़ा कारनामा कर दिया. भारत ने 1971 के बाद से पहली बार ओवल के मैदान पर जीत दर्ज की है. वे इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर 2 टेस्ट जीतने वाले पहले कप्तान बन गये. ये कीर्तिमान एमएस धोनी भी नहीं बना पाए. इतना ही नहीं ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड दोनों जगह एक ही टेस्ट सीरीज में अपनी कप्तानी में टीम को एक से ज्यादा जीत दिलाने वाले विराट पहले एशियाई कप्तान बन गए हैं.
विराट से पहले कोई भी एशियाई कप्तान यह कारनामा नहीं कर पाया है. विराट ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि क्यों वह दुनिया के बेस्ट टेस्ट कप्तान हैं. मैच के पांचवें दिन एक समय ऐसा लगने लगा था कि इंग्लैंड इस टेस्ट मैच को जीत सकता है, लेकिन विराट ने लंच ब्रेक के बाद जिस तरह से गेंदबाजी और फील्डिंग सेटिंग में बदलाव किए, उससे इंग्लैंड की टीम की सारी रणनीति फेल हो गई और भारत ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की. भारत ने इंग्लैंड को 368 रनों का लक्ष्य दिया था, जिसके जवाब में इंग्लैंड ने चौथे दिन का खेल खत्म होने तक बिना विकेट गंवाए 77 रन बना लिए थे.
मैच के पांचवें दिन हसीब हमीद और रोरी बर्न्स ने स्कोर को बिना विकेट गंवाए 100 रनों तक पहुंचाकर टीम इंडिया के लिए खतरे की घंटी बजा दी थी. बर्न्स को शार्दुल ठाकुर ने पवेलियन का रास्ता दिखाया और यहीं से इंग्लैंड के पतन की शुरुआत हो गई. टीम इंडिया के गेंदबाजों ने पहले विकेट के बाद इंग्लैंड को रनों के लिए तरसाया और इसी के चलते डेविड मलान रन आउट होकर पवेलियन लौटे. 100/0 के स्कोर के बाद इंग्लैंड की पूरी टीम 210 रनों पर सिमट गई. पूरे मैच के दौरान विराट ने जब-जब गेंदबाजी में बदलाव किया, तब-तब भारत के खाते में विकेट आए. इस जीत के साथ भारत ने सीरीज में 2-1 की अजेय बढ़त बना ली है.
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