सरकार 1 सितंबर यानी आज से देश भर में पोस्ट पेमेंट बैंक शुरू करने जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पेमेंट बैंक का उद्घाटन दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में करेंगे. इसके जरिये डाक पहुंचाने वाला डाकिया अब गांव और कस्बों के घर-घर तक बैंकिंग सेवाएं पहुंचाएगा. डाकिया बैंक खाते खोलने से लेकर पैसे जमा करने तक काम काम करेगा. पोस्ट पेमेंट बैंक के जरिये सरकार की कोशिश है कि ग्रामीण इलाकों में बैंकिंग सेवाओं को मजबूत किया जाए.
संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने बताया कि आईपीपीबी की देश के हर जिले में कम से कम एक शाखा होगी. इसे पूरे देश में पहुंचाने के लिए पोस्ट विभाग के डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क का इस्तेमाल किया जाएगा. देश भर में 40 हजार पोस्ट मैन हैं और 2.6 लाख डाक सेवक है. सरकार इन सभी का इस्तेमाल बैंकिंग सेवाओं को घर-घर पहुंचाने के लिए करने जा रही है.
इन डाक सेवकों आईपीपीबी के मुनाफे के रकम में से 30 पर्सेंट कमीशन के तौर पर भी दिए जाने की योजना है, जिससे कर्मचारियों के उत्साह में कमी न आए. 1 सितंबर को एक साथ देश की 650 शाखाओं में एक साथ काम शुरू हो जाएगा.
पोस्ट नेटवर्क का इस्तेमाल
आईपीपीबी की योजना है कि देश भर में 3250 एक्सेस प्वाइंट में बैंकिंग सेवाएं शुरू कर दी जाएं. आने वाले दिनों में ये सेवा देश के 1.55 लाख एक्सेस प्वाइंट पर शुरू हो जाएगी. यही नहीं इन सेवाओं के लिए पोस्ट विभाग के 11000 कर्मचारी घर-घर जाकर लोगों को बैंकिंग सेवाएं देंगे.
ग्रामीण इलाकों के लोगों को मिलेगा लाभ
आईपीपीबी के सीईओ सुरेश सेठी के मुताबिक बैंक से ग्रामीण इलाके के लोग डिजिटल बैंकिंग का लाभ ले सकेंगे. मोबाइल एप से या पोस्ट ऑफिस जाकर किसी भी बैंक खाते में पैसा ट्रांसफर किया जा सकेगा.
संचार मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि आईपीपीबी की दो शाखाएं पहले से ही परिचालन में हैं, जबकि बाकी 648 शाखाओं को देश के हर एक जिले में खोला जाएगा. आईपीपीबी ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को बैंकिंग व वित्तीय सेवा प्रदान करने के लिए 1.55 लाख पोस्ट ऑफिस शाखाओं का लाभ उठाएगी.
आईपीपीबी के कार्यकारी अधिकारी सुरेश सेठी के मुताबिक परिचालन, तकनीकी स्तर पर और बाजार के दृष्टिकोण से हम शुरुआत करने को तैयार हैं. आईपीपीबी बैंकिंग सेवा डाकघरों के लिए मील का पत्थर साबित होगा. सीईओ सेठी ने बताया कि पूरा तंत्र जांचने के बाद आरबीआई ने आईपीपीबी के परिचालन को मंजूरी दी है और हम शुरुआत करने को तैयार है. हालांकि उन्होंने तारीख का खुलासा नहीं किया.
सरकार का कहना है कि आईपीपीबी के तहत भारत में मौजूद लगभग 1.55 लाख डाकघर शाखा ग्राहकों के लिए अंतिम व्यक्ति तक पहुंच बनाने के मकसद से काम करेंगे. कुल 650 पेमेंट बैंक शाखा नियंत्रण कार्यालय के तौर पर काम करेंगी. यानी कि 650 पेमेंट्स बैंक के अलावा भी सारे डाकघरों में बैंकिंग सुविधा देने का विकल्प रहेगा. इसके अलावा आईपीपीबी में एक तय समय के अंदर 5,000 एटीएम भी शुरू करने की भी योजना है.
मुफ्त में मिलेंगी ये सुविधाएं
इसके तहत एक लाख रुपये तक का बचत खाता, 25 हजार तक की जमा राशि पर पर 5.5 फीसदी ब्याज, चालू खाता और थर्ड पार्टी इंश्योरेंस जैसी सुविधाएं मिलेंगी. वहीं आधार भुगतान का पता बन जाएगा. एक बार सेवा शुरू होने के बाद आईपीपीबी देश का सबसे बड़ा वित्तीय सेवा नेटवर्क बन जाएगा.
निशुल्क एटीएम कार्ड और मैसेज अलर्ट
देश के अन्य बैंक अपने एटीएम कार्ड और इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा के लिए चार्ज करते हैं, लेकिन पोस्ट ऑफिस पेमेंट बैंक के उपभोक्ता को एटीएम लेने के लिए आपको किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना होगा. इसी तरह मोबाइल अलर्ट के लिए भी बैंक कोई शुल्क नहीं लेगा. अभी ज्यादातर बैंक 25 रुपए से लेकर 50 रुपए तक एसएमएस अलर्ट के लिए शुल्क वसूलते हैं. इसी तरह तिमाही बैलेंस मेंटेन करने के लिए भी कोई चार्ज नहीं देना पड़ेगा.
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