चीन में हड़कंप मचाने वाला ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV Virus) अब भारत पहुंच गया है। देश में इस वायरस का पहला मामला बेंगलुरु में सामने आया है। एक 8 महीने की बच्ची में इस वायरस के लक्षण पाए गए हैं। बच्ची को बुखार होने के बाद शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस खबर के बाद लोगों में डर का माहौल है, हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
चीन जैसा खतरा?
HMPV वायरस चीन में तेजी से फैल चुका है और वहां के कई राज्यों में आपातकाल घोषित किया गया है। भारत में इस वायरस के पहले मामले ने सरकार को सतर्क कर दिया है। वायरस से निपटने के लिए सरकार एडवाइजरी जारी कर चुकी है और लैब की संख्या बढ़ाने की योजना पर काम हो रहा है। साथ ही, सांस से जुड़े लक्षणों वाले मामलों पर नज़र रखने के निर्देश दिए गए हैं।
क्या है HMPV वायरस?
क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) एक ऐसा वायरस है जो आमतौर पर सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण पैदा करता है। यह श्वसन संक्रमण का कारण बनता है और गंभीर मामलों में निमोनिया या अस्थमा जैसे निचले श्वसन तंत्र के संक्रमण का खतरा बढ़ा सकता है। यह वायरस आमतौर पर सर्दियों में अधिक फैलता है।
किसे है सबसे ज्यादा खतरा?
- छोटे बच्चे
- 65 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग
- कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग
विशेषज्ञों के अनुसार, अधिकतर लोग पांच साल की उम्र तक इस वायरस का सामना कर चुके होते हैं।
HMPV वायरस के लक्षण
- खांसी
- बुखार
- बहती या भरी हुई नाक
- गले में खराश
- घरघराहट
- सांस की तकलीफ
- त्वचा पर रैश
सरकार अलर्ट पर
सरकार ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। लैब टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई जाएगी और संभावित मामलों पर सख्त नज़र रखी जाएगी। यह मामला भारत के लिए एक चेतावनी है और लोगों को अपनी सुरक्षा के लिए सतर्क रहने की आवश्यकता है।
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