भारत के युवा बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जयसवाल (Yashasvi Jaiswal) गुरुवार को वेस्ट इंडीज (West Indies) के खिलाफ पहले टेस्ट के दूसरे दिन तीन अंकों के आंकड़े तक पहुंचने के बाद टेस्ट डेब्यू पर शतक (Century) बनाने वाले देश के 17वें खिलाड़ी बन गए हैं। यशस्वी जायसवाल ने डेब्यू टेस्ट में अपनी सेंचुरी माता-पिता को डेडिकेट की।
वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में शतक लगाने के बाद 21 साल के भारतीय ओपनर यशस्वी ने कहा कि काफी इमोशनल मोमेंट था मेरे लिए, मैं इसे अपने माता-पिता को डेडिकेट करना चाहूंगा। बैटिंग अब भी जारी है, डबल सेंचुरी का नहीं सोच रहा, टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाने पर फोकस है।
शतक के बाद यशस्वी के पिता भूपेंद्र जायसवाल कावड़ यात्रा करने निकल गए। उन्होंने कहा कि भोलेबाबा से यही मांगूंगा कि बेटा मेरा दोहरा शतक मारे और उसकी (यशस्वी) मेहनत सफल हो। दरअसल, सोशल मीडिया पर भदोही वाला नाम के यूजर ने यशस्वी के पिता का वीडियो पोस्ट किया है।
इस वीडियो में यशस्वी के पिता भूपेंद्र जायसवाल कावड़ यात्रा पर जाते नजर आए। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें बहुत खुशी हुई, भदोही जिला बहुत खुश है। मैं तो चाहता हूं कि बेटा मेरा दोहरा शतक मारे। भोलेबाबा से यही मांगूंगा कि बेटा मेरा दोहरा शतक मारे और उसकी (यशस्वी) मेहनत सफल हो।
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