‘कई लोगों की जान जाते देखी…’, महाकुंभ भगदड़ के मंजर के याद कर रोने लगीं इंफ्लूएंसर तान्या मित्तल

महाकुंभ के मौनी अमावस्या स्नान के दौरान दो अलग-अलग स्थानों पर भगदड़ की खबरें सामने आई हैं। सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर तान्या मित्तल (Influencer Tanya Mittal) ने इस हादसे का रौंगटे खड़े कर देने वाला विवरण साझा किया है। उन्होंने दावा किया कि सेक्टर 21 (झूंसी) में भी भगदड़ हुई थी, जहां उन्होंने खुद सैकड़ों लोगों की जान बचाई, लेकिन इस दौरान उन्होंने कई लोगों को अपनी आंखों के सामने दम तोड़ते भी देखा। तान्या ने बताया कि हादसे के दौरान उन्होंने कई अधिकारियों को फोन मिलाया, लेकिन किसी ने रिसीव नहीं किया।

घटनास्थल का भयावह मंजर

तान्या के अनुसार, घटना के दिन सुबह 5 बजे वह त्रिवेणी से अरैल की ओर जा रही थीं। तभी उन्होंने भगदड़ से घबराए श्रद्धालुओं की चीख-पुकार सुनी। त्रिवेणी में भगदड़ के कारण लोग इधर-उधर भाग रहे थे, जबकि झूंसी के सेक्टर 21 में कुछ विदेशी श्रद्धालु भी फंस गए थे। तान्या ने बताया कि वह एक ऊंची जगह पर खड़ी थीं, जहां से भगदड़ का मंजर साफ दिख रहा था। पीछे एक आश्रम भी था। लोग चिल्ला रहे थे- हमें अंदर आने दो, हमें बचा लो!

उनके साथ संदीप और कोमल नाम के दो साथी थे, जो घायलों की मदद कर रहे थे। बच्चों को पैरों के नीचे कुचलते देख उन्होंने उन्हें उठाना शुरू किया। तभी संदीप ने सुझाव दिया कि हल्दीराम के स्टोर की ओर बढ़ना चाहिए।

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लोग हमारे सामने मर रहे थे- तान्या

उन्होंने बताया कि हल्दीराम के स्टोर में घुसने के बाद भी वहां मौजूद लोग घबराए हुए थे। भगदड़ इतनी भयानक थी कि संदीप ने कई शवों को उठाया, कोमल घायलों को सीपीआर दे रही थीं और तान्या लोगों को पानी पिला रही थीं। तान्या ने दावा किया कि उन्होंने लगातार 7-8 घंटे तक राहत कार्य किया, लेकिन प्रशासन से कोई मदद नहीं मिली। उन्होंने कहा, ‘हमने मृतकों के फोन से ही अधिकारियों को कॉल किए, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।

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