अफगानिस्तान (Afghanistan) में फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी (Photo Journalist Danish Siddiqui) की मौत को लेकर बड़ा सामने आया है. अब अधिकारियों का कहना है कि उनकी हत्या क्रूर तरीके से की गई थी. उनका शव बुरी तरह क्षत विक्षत था. एक भारतीय चैनल से बात करते अफगान सैन्य अधिकारी ने बताया कि दानिश को गोली मारने के बाद तालिबान को जैसे ही पता चला कि वह भारतीय है, उन्होंने उसके शव पर वाहन चढ़ाकर उसका सिर कुचल दिया. 38 वर्षीय सिद्दीकी उस समय मौत हो गई थी जब स्पिन बोल्डक के साथ आए अफगान कमांडो पर घात लगाकर हमला किया गया था.
घटनास्थल की प्रारंभिक तस्वीरें देखकर पता चलता है कि उनके शरीर पर चोट की कई घाव थे, लेकिन उसी दिन जब उनका शव रेड क्रॉस को सौंपा गया और कंधार के एक अस्पताल में ले गया तो उस दौरान शव बुरी तरह से क्षत विक्षत था. यह दावा वहां मौजूद दो भारत अफसरों और दो अफगानी स्वास्थ्य अफसरों के हवाले से कहा गया है.
न्यूयॉर्क टाइम्स ने अफगानिस्तान में मौजूदा भारतीय अफसरों और अफगानी स्वास्थ्य अफसरों की ओर से मुहैया कराई गई तस्वीरों का कई बार अध्ययन किया है. इसमें यह बात सामने आई है कि दानिश का शव बुरी तरह से क्षत विक्षत किया गया था. एक भारतीय अफसर का यह भी कहा है कि दानिश के शरीर पर गोलियों के एक दर्जन से अधिक निशान थे. साथ ही उसके चेहरे और सीने पर टायर के निशान भी थे.
कांधार में मौजूद एक स्वास्थ्य अफसर का कहना है कि दानिश का शव शहर के मुख्य अस्पताल में रात 8 बजे पहुंचा था. उस दौरान भी उनके शरीर पर प्रेस लिखी जैकेट थी. लेकिन उनका चेहरा पहचानना मुश्किल था. उनका कहना है कि वह पहले समझ नहीं पाए थे कि शव के साथ क्या कुछ किया गया है.
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