उत्तर प्रदेश के झांसी (Jhansi) में कथित लव जिहाद (Love Jihad) मामले में पीड़िता युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में जान चली गई. मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस ने कब्र में दफन उसके शव को खोदकर बाहर निकाला है. पुलिस को अब शव की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है. बता दें कि अफरोज बेगम (Afroz Begum) बनी नीलम अहिरवार (Neelam Ahirwar) ने कुछ दिनों पहले जहर खा लिया था. उसकी झांसी मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. मामले में पीड़िता के पिता ने आरोपी और उसके परिजनों पर लव जिहाद और हत्या का आरोप लगाया हैं.
नाबालिग को प्रेमजाल में फंसाया, फिर निकाह
दरअसल, मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के सिविल लाइन इलाके की रहने वाली नीलम अहिरवार को चार साल पहले छतरपुर जिले के सिविल लाइन क्षेत्र के रहने वाले तब्बू उर्फ तालिब खान बहला फुसलाकर भगा ले गया था. इस वक्त नीलम नाबालिग थी. पुलिस ने तालिब के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लड़की को बरामद कर लिया था. पुलिस ने नीलम को सौंपना चाहा लेकिन बेटी के कृत्य से झुब्ध पिता किशोरीलाल ने उसे अपनाने से मना कर दिया. इसके बाद लड़की कुछ दिन आश्रय गृह में रही और वहां से निकलने के बाद तब्बू उर्फ तालिब के साथ रहने लगी. तालिब ने नीलम से निकाह कर लिया और उसका नाम बदलकर अफरोज बेगम रख दिया.
जबरन मांस खिलाया, कलमा पढ़ने को किया मजबूर
जुलाई 2021 के पहले सप्ताह में किशोरी लाल ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर शिकायती पत्र देकर बताया कि उनकी बेटी ने उन्हें फोन कर बताया है कि ससुरालीजन उसे प्रताड़ित कर रहे हैं. उससे जबरन कलमा फढ़वाया जा रहा है, और मांस खाने को मजबूर किया जा रहा है. पिता के मुताबिक लड़की खुद को बचाने की गुहार लगा रही थी. जब पिता ने बेटी के ससुराल जाकर उससे मिलना चाहा तो ससुरालीजनों ने उसे मिलने नहीं दिया और वापस भगा दिया.
ससुरालीजनों ने चुपके से दफना दिया शव
इसके बाद 6 जुलाई को नीलम उर्फ अफरोज ने छतरपुर में जहर खा लिया था. गंभीर हालत में नीलम अहिरवार को ससुराल वालों ने इलाज के लिए झांसी मेडिकल कॉलेज भर्ती कराया था. इलाज के दौरान नीलम उर्फ अफरोज की मौत हो गई थी. ससुरालवालों ने इसके बाद उसके शव को पुलिस को बिना सूचना दिए झांसी के प्रेम नगर थाना क्षेत्र के एक कब्रिस्तान में दफना दिया था. नीलम के पिता ने मामले में ससुरालवालों पर बेटी को जहर देकर हत्या करने की शिकायत मध्य प्रदेश की छतरपुर पुलिस से की थी. इसके बाद छतरपुर पुलिस ने झांसी पुलिस और जिला प्रशासन से सम्पर्क कर नीलम उर्फ अफरोज के शव को कब्र से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम कराये जाने की बात की. झांसी जिला प्रशासन की अनुमति के बाद अब कार्यपालक मजिस्ट्रेट, छतरपुर पुलिस की मौजूदगी में नीलम अहिरवार का शव कब्र से निकाला.
पुलिस को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतज़ार
इस मामले में छतरपुर पुलिस के सीओ लोकेंद्र सिंह का कहना है कि मृतका के पिता की तहरीर के आधार पर झांसी जिला प्रशासन से संपर्क करके अफरोज उर्फ नीलम का शव कब्र खोदकर पोस्टमार्टम के लिए बाहर निकाला गया है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद जो भी कारण सामने आएगा, उसके आधार पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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