भाजपा सरकार की निजीकरण नीति से खत्म हो रही नौकरियां और आरक्षण: अखिलेश यादव

LUCKNOW: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर सरकारी संस्थाओं के निजीकरण के जरिए नौकरियां और आरक्षण समाप्त करने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पहले ही कई सरकारी संस्थानों को निजी हाथों में सौंप चुकी है, और अब उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार भी उसी राह पर चलते हुए पूर्वांचल एवं दक्षिणांचल विद्युत निगम को निजीकरण के हवाले करने पर आमादा है।

भाजपा सरकार संविधान और आरक्षण विरोधी है। भाजपा पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) को सरकारी नौकरियों और आरक्षण से वंचित करने के लिए लगातार षड्यंत्र कर रही है। निजीकरण से सरकारी नौकरियां खत्म हो जाती हैं, जिससे आरक्षण का लाभ नहीं मिल पाता। इसके अलावा, निजी क्षेत्र अपनी मनमानी कर महंगाई बढ़ाता है, जिससे आम जनता पर आर्थिक बोझ बढ़ता है।

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उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है और सरकारी संपत्तियों को निजी हाथों में सौंपकर अरबों की लूट को अंजाम देना चाहती है। आज सरकार की इस नीति के खिलाफ कर्मचारी और आम जनता दोनों ही नाराज हैं, लेकिन भाजपा अपने मुनाफे और चंदे के लिए देश की संपत्तियों को बेचने को तैयार है।

अखिलेश यादव ने कहा कि जनता भाजपा की इन नीतियों को भली-भांति समझ चुकी है और 2027 के विधानसभा चुनाव में इस जनविरोधी सरकार को सत्ता से हटाने के लिए पूरी तरह संकल्पित है।

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