जुलाई: रिटायरमेंट और नई नियुक्तियों का महीना…मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की सेवानिवृत्ति के साथ प्रशासन में बड़े बदलाव के संकेत

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बरसाती मौसम के बीच रिटायरमेंट, ट्रांसफर और नियुक्तियों का मौसम शुरू हो चुका है। प्रदेश के चार आईएएस और ग्यारह पीसीएस अधिकारी 30 जून को रिटायर हो चुके हैं। इसके साथ ही, जुलाई 2025 का महीना भी बड़े बदलावों का गवाह बनने जा रहा है। इस महीने मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह समेत कई वरिष्ठ आईएएस और पीसीएस अफसरों की सेवानिवृत्ति होने वाली है। इसके पश्चात् ही प्रशासन में विशेष परिवर्तन देखने को मिल सकता है।

अफसरों के सेवा विस्तार को रोका गया

योगी सरकार ने आईएएस अफसर अरुणेश सिंह के सेवा विस्तार को रोक दिया है, जिन्हें सात बार सेवा विस्तार मिला था। अब वह रिटायर हो चुके हैं। उनकी जगह राकेश कुमार सिंह को यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी का प्रबंध निदेशक बनाया गया है। इससे अब नियुक्तियों और तबादलों की चर्चा तेज हो गई है। पीसीएस हो या आईएएस, नए अधिकारियों की सूची तैयार की जा रही है, जिन्हें इसी महीने पोस्टिंग दी जाएगी।

जल्द ही नई नियुक्तियाँ

सूत्रों के अनुसार, यूपी के चार आईएएस और ग्यारह पीसीएस अफसर सोमवार को रिटायर हो गए। रिटायर होने वाले आईएएस अफसरों में अपर मुख्य सचिव (सामान्य प्रशासन) जितेंद्र कुमार, अखिलेश कुमार मिश्रा, बृजराज सिंह यादव और सुरेंद्र प्रसाद सिंह शामिल हैं। इनके अलावा, ग्यारह पीसीएस अफसरों की सेवानिवृत्ति भी प्रशासन में रिक्तियां पैदा करेगी। इन रिक्त पदों को भरने के लिए सरकार जल्द ही नई नियुक्तियों और तबादलों की अटकलें लगाई जा रही हैं।

Also Read-UP IAS Transfer: 33 आईएएस अफसरों का तबादला, विशाल सिंह बने नए सूचना निदेशक

कानून-व्यवस्था बेहतर बनाने की कोशिश

काफी समय से उत्तर प्रदेश में कई बड़े प्रशासनिक बदलाव देखे गए हैं। जनवरी में 46 आईएएस और जून में 127 पीसीएस अफसरों के तबादले किए गए, जो किसी महीने में हुए तबादलों की सबसे बड़ी संख्या है। इन तबादलों का मकसद जमीनी स्तर पर कानून-व्यवस्था और विकास कार्यों को बेहतर करना था। जुलाई में होने वाले बदलावों से भी ऐसी ही उम्मीदें हैं।

नई संभावनाओं का महीना

नई नियुक्तियों के साथ ही सरकार उन अफसरों पर भी नज़र रख रही है, जो लंबे समय से एक ही जगह तैनात हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इन परिवर्तनों से प्रशासन में नई ऊर्जा आएगी और जनता को बेहतर सेवाएँ मिलेंगी। जुलाई का महीना उत्तर प्रदेश की अफसरशाही के लिए न केवल बदलाव का, बल्कि नई संभावनाओं का महीना साबित होता नज़र आ रहा है।

Input-Ram Krishna Shukla