कानपुर जनपद (Kanpur) में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां जगह-जगह पर दीवारों पर पुलिस विभाग से जुड़े पोस्टर चस्पा किए गए हैं। इन पोस्टरों का वीडियो वायरल होने पर विभाग में हड़कंप मच गया। इन पोस्टरों में पीआरवी सिपाहियों ने आला अफसरों पर वसूली के आरोप लगाए हैं। इसमें डायल-112 के एसपी किस तरह तीन दरोगाओं के साथ मिलकर वसूली का सिंडीकेट (Extortion Syndicate) चला रहे हैं, उसका खुलासा किया गया है।
पुलिस कमिश्नर ने मामले में बैठाई जांच
पीआरवी पुलिसकर्मियों ने दक्षिण में केशव नगर भाजपा क्षेत्रीय कार्यालय के बाहर व हाईवे पर पोस्टर चस्पा किए हैं। वहीं, मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने इसकी जांच डीसीपी मुख्यालय को सौंपी है। पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल यूपी-112 कानपुर के संदर्भ में लिखे हुए पर्चे को संज्ञान में लिया गया है। पीआरवी के पुलिस कर्मियों से वसूली के आरोप की जांच डीसीपी मुख्यालय रवीना त्यागी को दी गई है। इसके साथ ही यह निर्देश भी दिया है कि जांच त्वरित, प्रभावी एवं पारदर्शी तरीके से हो ताकि सही एवं प्रभावी कार्यवाही अविलम्ब की जा सके।
कानपुर पुलिस की एक कथित पर्चे ने उड़ाई नींद,#PRV के सिपाहियों ने अधिकारियों पर लगाया वसूली करवाने का आरोप,दीवारों में पर्चा किया गया चस्पा,पूर्व एसपी सहित कई अधिकारियों के खिलाफ जांच की मांग.@Uppolice @dgpup @kanpurnagarpol #UttarPradesh #kanpur #कानपुर@abcnewsmedia pic.twitter.com/ZmPTGi3vJX
— ASHISH YADAV (@AshishYadavknp) January 30, 2023
पुलिसकर्मियों से डेढ़ साल से हो रही थी वसूली
वायरल पर्चे में लिखा है कि डायल-112 में तैनात पुलिस कर्मियों से डेढ़ साल से वसूली की जा रही है। डायल-112 में तैनात पूर्व एसपी बसंत लाल ने वसूली की शुरुआत की थी। पूर्व एसपी की सह पर डायल-112 में तैनात दरोगा हंसाराम पुलिस कर्मियों से वसूली करता था।
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यूपी-112 में बीते छह माह से प्रदेश में ट्रांसफर पोस्टिंग नहीं हो रही है, लेकिन कानपुर के एसपी डायल-112 राहुल मिठास ने वसूली की इंतहा कर दी है। इससे परेशान होकर परेशान पुलिस कर्मियों ने वसूली के सिंडीकेट का खुलासा करने के लिए भाजपा कार्यालय दक्षिण, हाईवे पर सैकड़ों पोस्टर वसूली के सिंडीकेट का चस्पा कर दिया। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
पीआरवी पर तैनाती के नाम पर 20-30 हजार की वसूली
पीआरवी का औचक निरीक्षण करके थोड़ी सी भी लापरवाही मिलने पर कम से कम रोजाना 2 से तीन गाड़ियों की रपट लिखाई जाती है। इसके बाद जीडी मुंशी कैरेक्टर रोल खराब करने की धमकी देकर प्रति व्यक्ति 10 से 15 हजार रुपए लेता और उनके बदले पीआरवी पर तैनाती के नाम पर 20 से 30 हजार रुपए की वसूली की जा रही है।
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मामले में पता चला है कि डायल-112 के एसपी अपने प्राइवेट व्यक्तियों से पीआरवी में तैनात पुलिसकर्मियों का वीडियो बनवाते और शिकायत करवाते थे। इसके बाद जांच में क्लीनचिट देने के नाम पर 10 से 15 हजार रुपए की वसूली और उनकी जगह नए पुलिस कर्मियों की तैनाती पर 20 से 30 हजार की वसूली का खेल चल रहा है।
हाइवे पर लाखों की वसूली, 3 दाराओं पर सिंडीकेट चलाने का आरोप
इसके साथ ही एसपी डायल-112 राहुल मिठास पर हाईवे पर मोटी वसूली कराने का भी गंभीर आरोप लगा है। वायरल पर्चे में लिखा है कि बिल्हौर, घाटमपुर, सचेंडी और महाराजपुर में हाईवे पर पीआरवी से रोजाना लाखों रुपए की वसूली कराई जाती है। जीडी प्रभारी दरोगा ओमप्रकाश मिश्रा और दरोगा हंसाराम हाईवे पर तैनात पीआरवी से रोजाना 30 से 40 हजार रुपए की वसूली का हिसाब लेते हैं। आरोप है कि डायल-112 में तैनात दरोगा हंसाराम, ओमप्रकाश मिश्रा और रपट मुंशी ओमप्रकाश मिलकर पूरा वसूली का सिंडीकेट चला रहे हैं।
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