कानपुर: मुफ्त में नारियल नहीं देने पर पुलिसकर्मियों ने दी थर्ड डिग्री, दुकानदार बोला- मैं आत्महत्या करने को मजबूर

कानपुर (Kanpur) के नौबस्ता में पुलिसकर्मी मुफ्त में नारियल नहीं देने पर विक्रेता को थाने उठा ले गए। यहां उसे जमकर पीटा और थर्ड डिग्री दी। यही नहीं, सादे कागज पर हस्ताक्षर करवाया और वीडिया बनाया जिसमें उससे कहलवाया गया कि पुलिसकर्मियों ने मेरे साथ कुछ नहीं किया। इसके बाद नारियल विक्रेत को छोड़ दिया गया। वहीं, नारियल विक्रेता ने कहा कि अब मैं भी सचेंडी के सब्जी विक्रेता की तरह आत्महत्या करने को मजबूर हूं।

मुफ्त नारियल देने पर विक्रेत की पिटाई

कोयलानगर शिवपुरम में रहने वाले चंद्र कुमार प्रजापति ने बताया कि वह कच्चे नारियल बेचने का काम करते हैं। गोपालनगर में पूजा स्वीट हाउस के सामने रोज नारियल लदा एक ट्रक उतरता है। यहीं पर पीआरवी गाड़ी खड़ी होती है। इसमें मौजूद एक महिला सिपाही समेत 2 पुलिसकर्मी करीब दो माह से चार नारियल मुफ्त में लेते थे।

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चंद्र कुमार प्रजापति ने बताया कि बुधवार (16 मई) की दोपहर भी ट्रक से नारियल उतर रहा था। इसी दौरान महिला सिपाही समेत चार पुलिसकर्मी आए और पांच नारियल मांगा। इसके बाद एक हजार रुपए रोज देने का दबाव भी बनाया। चंद्र कुमार ने बताया कि मैंने मना कर दिया और पुलिस कर्मियों का वीडियो बना लिया। इस बात पर भड़के पुलिसकर्मियों ने मुझे लात-घूसों से पीटते हुए जबरन अपनी जीप में बैठा लिया।

थाने ले जाकर दी थर्ड डिग्री

उन्होंने बताया कि इस दौरान पुलिसकर्मियों ने गाली-गलौज करते हुए उन्हें अपशब्द कहे। उन्होंने कहा कि साले…सड़क पर ट्रक खड़ा करता है। अब देखता हूं तेरा धंधा कैसे चलता है। तुझे पांच-दस नारियल देने में दिक्कत है। इसके बाद पीआरवी में बैठाकर पीटते हुए नौबस्ता थाने ले गए। थाने में ऊपर बने कमरे में थर्ड डिग्री दी। इसके बाद मोबाइल से वीडियो डिलीट कराया और फिर से 2 हजार रुपए मंगवाया और सादे कागज पर साइन कराने के बाद छोड़ दिया।

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वहीं, इस मामले में डीसीपी साउथ रविंद्र कुमार का कहना है कि घटना का संज्ञान लेकर जांच बैठा दी गई है। नारियल पानी वाले का पूरा पक्ष सुन लिया गया है। अब पुलिस कर्मियों की भी पक्ष सुना जाएगा। इसके बाद अगर आरोप सही पाए गए तो दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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