कानपुर हिंसा (Kanpur Violence) के बाद उत्तर प्रदेश में ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर संदिग्ध पत्थरबाजों के पोस्टर जारी किए थे. इसके साथ पुलिस ने लोगों से अपील की है कि संदिग्धों की तलाश में मदद करें. वहीं, पोस्टर लगने से हिंसा के उपद्रवियों में हड़कंप मच गया है. पोस्टर लगने के कुछ देर बाद ही पथराव करने वाले 4 आरोपियों की पहचान की जा चुकी है.
पुलिस ने उपद्रवियों की फोटो जारी कर लोगों से नंबर (9454403715) पर सूचना देने की अपील है. पुलिस ने ऐलान किया है कि सूचना देने वालों का नाम गुप्त रखा जाएगा. कानपुर पुलिस ने सीसीटीवी और वीडियो फुटेज खंगालने के बाद इन संदिग्धों के पोस्टर जारी किए हैं.
कानपुर के जॉइंट सीपी ने कहा कि अभी और भी पोस्टर जारी होंगे. इन उपद्रवियों को सरकारी और लोगों के घरों के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे द्वारा चिन्हित किया गया है. ताकि दोषियों को सजा मिल सके. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार हुए सभी आरोपी कानपुर के हैं. दोषियों की शिनाख्त की जा रही है.
क्या है पूरा मामला
कानपुर नगर के बेकनगंज थाना क्षेत्र के नई सड़क इलाके में 3 जून को जुमे की नमाज के बाद से कुछ लोगों ने वहां की दुकानों को बंद करने का प्रयास किया, जिसका दूसरे पक्ष के लोगों ने विरोध किया. इस बात को लेकर आपस में टकराव हुआ पत्थरबाजी की घटना हुई. इस सूचना पर तत्काल पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस बल ने स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया. मौके पर पुलिस कमिश्नर समेत अन्य अधिकारी भी पहुंच गए और आवश्यक बल प्रयोग कर स्थिति को नियंत्रण में किया.
13 पुलिसकर्मी, 30 नागरिक हुए थे घायल
पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया था कि कानपुर हिंसा में 13 पुलिस कर्मी भी घायल हुए थे. साथ ही हिंसा में दोनों पक्ष के 30 लोग भी घायल हुए. कई गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गई. साथ ही कई दुकानों में भी लूटपाट हुई थी. उन्होंने बताया था कि पुलिस अधिकारी गाड़ियों से इलाके में राउंड लगा रहे हैं जबकि डीएम नेहा शर्मा, पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा, मंडल आयुक्त राजशेखर पैदल ही इलाके में गश्त कर लोगों में सुरक्षा का विश्वास जगा रहे हैं.
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