ललित: गैंगरेप की शिकायत करने थाने पहुंची नाबालिग से SO ने किया रेप, FIR दर्ज होने पर हुआ फरार

उत्तर प्रदेश के ललितपुर (Lalitpur) में कुछ पुलिसकर्मियों की वजह से खाकी को शर्मसार होना पड़ा है। यहां के पाली क्षेत्र में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता नाबालिग किशोरी के साथ थाने के सरकारी क्वार्टर में थाना प्रभारी तिलकधारी सरोज (SO Tilakdhari Saroj) ने दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया है। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी थाना प्रभारी फरार हो गया है। वहीं, पीड़िता ने रोते-बिलखते हुए आपबीती एसपी को सुनाई, जिसके बाद थाना प्रभारी समेत 6 लोगों के खिलाफ गैंगरेप का मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके साथ ही आरोपी थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है।

एसपी ने दी मामले की जानकारी

मिली जानकारी के अनुसार, मामले में दारोगा सहित पीड़िता की मौसी और चार अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसपी निखिल पाठक ने बताया कि एक किशोरी ने आफिस आकर बताया कि उसे चार नामजद आरोपित फुसलाकर भगा ले गए थे और उन्होंने उसके साथ दुष्कर्म किया। जब वह थाने पहुंची तो थानाध्यक्ष ने भी दुष्कर्म किया।

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नाबालिग के आरोपों को गंभीरता से लेकर थाना पाली पहुंचकर एसपी ने घटना की जानकारी ली। इसके बाद बाल कल्याण अधिकारी एवं क्षेत्राधिकारी मड़ावरा केशव नाथ ने 181 हेल्पलाइन यूनिट में पीड़िता के बयान लिए, जहां पीड़ित किशोरी अपनी आपबीती सुनाते हुए रो पड़ी।

थाना प्रभारी को फरार घोषित किया

एसपी ने तत्काल प्रभाव से पाली के प्रभारी निरीक्षक तिलकधारी सरोज को लाइन हाजिर कर दिया और छह नामजद आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज करने को कहा। इसमें पाली थाना प्रभारी भी शामिल है। लाइन हाजिर होने के बाद आरोपित प्रभारी निरीक्षक ने पुलिस लाइन में आमद दर्ज नहीं कराई। इस पर पुलिस अधीक्षक ने उसे निलंबित कर फरार घोषित कर दिया है।

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पीड़िता की मां की ओर से दी गई तहरीर में बताया गया है कि उसकी 13 वर्षीय नाबालिग पुत्री को चंदन, राजभान, हरिशंकर एवं महेंद्र चौरसिया 22 अप्रैल को फुसलाकर भोपाल भगा ले गए थे। यहां तीन दिन तक उसे स्टेशन के पास गलियों में छिपाकर रखा। इस दौरान उसके साथ लगातार दुष्कर्म करते रहे। 26 अप्रैल को यह चारों लड़के उसकी बेटी को थाने में दारोगा के पास छोड़कर भाग गए। दारोगा ने उसे उसकी मौसी गुलाब बाई को सौंप दिया।

27 अप्रैल को सुबह बेटी को फिर थाने में बुलाया गया। आरोप है कि जैसे ही शाम हुई, उसकी मौसी ने उसको थानाध्यक्ष तिलकधारी सरोज के कमरे में भेज दिया, जहां उसके साथ दुष्कर्म किया गया। 30 अप्रैल को वह पुन: थाने आई तो उसे चाइल्ड लाइन के सिपुर्द कर दिया गया। चाइल्ड लाइन में काउंसिलिंग की गई तो उसने यह सारी घटना बताई।

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