दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में हुए बवाल का मामला अभी तक ठंडा नहीं हुआ था कि चंदौली (Chandauli) में भी ऐसा ही मामला होते-होते रह गया. दरअसल, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में आत्मसमर्पण करने आये अपहरण के मुजरिम को कोर्ट परिसर से गिरफ्तार करने की कोशिश दारोगा के लिए भारी पड़ गई. कोर्ट में मौजूद वकीलों ने दारोगा को घेर कर पीट दिया. खबर मिलते ही वहां मौजूद न्यायायिक अफसरों ने मामले को रफा-दफा किया.
ये था मामला
जानकारी के मुताबिक, कुछ समय पहले चंदौली (Chandauli) के बलुआ थाना क्षेत्र के राकेश चौरसिया के ऊपर किडनैपिंग का मुकदमा दर्ज है. जिसमें गिरफ्तारी के लिए उनकी तलाश काफी समय से हो रही थी. शुक्रवार को पुलिस से बचकर सीजेएम कोर्ट में राकेश आत्म समर्पण करने आया था. इसी दौरान वादी वीरेंद्र शर्मा ने उसे देख लिया. तभी वहां मौजूद पुलिस उसे गिरफ्तार करने पहुँच गयी.
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वकीलों का आरोप है कि कैलावर चौकी इंचार्ज रमेश कुमार सिंह आरोपित का हाथ पकड़ कर खींच रहे थे. वहीं आरोपित कोर्ट का दरवाजा पकड़ कर जोर-जोर से चिल्लाने लगा. इस दौरान वकीलों की दारोगा पर नजर पड़ी तो आक्रोशित हो उठे. वकीलों ने इसी दौरान दारोगा की पकड़कर पिटाई कर दी.
दारोगा की खिलाफ होगी कार्रवाई
बता दें कि घटना के बाद चंदौली (Chandauli) सीजेएम ने तत्काल एसपी से बात की और दारोगा के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा है. न्यायिक अधिकारियों ने बीच बचाव कर शांत कराया, वरना दिल्ली के 30 हजारी कोर्ट जैसे टकराव की स्थिति पैदा हो सकती थी. इस घटना के बाद से पुलिसकर्मियों के खिलाफ वकीलों में खासा गुस्सा है.
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