समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को अपनी पार्टी का चुनावी घोषणापत्र जारी किया. खास बात है कि अखिलेश ने घोषणापत्र जारी करने के बाद सामाजिक न्याय से महापरिवर्तन की बात बार-बार दोहराई. उन्होंने कहा- ‘आज अमीरी और गरीबी की खाई बेहद गहरी हुई है. इसलिए हमारा घोषणापत्र नए विजन और सामाजिक न्याय से महापरिवर्तन के वादे के साथ लोगों के बीच पहुंचेगा’. अखिलेश ने पार्टी ऑफिस में विजन डॉक्यूमेंट नाम से पार्टी का घोषणापत्र जारी किया. इस दौरान उन्होंने जनता से कहा कि आने वाले समय में देश बेहतर होने जा रहा है. इसके अलावा अखिलेश ने सेना में एक अलग अहीर रेजिमेंट बनाने की बात की है. साथ ही समाजवादी पार्टी अपना चैनल भी खोलेगी.
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अमीर सवर्णों पर लगाएंगे टैक्स
विजन डॉक्यूमेंट में अखिलेश ने कहा कि ‘आज देश में अमीर और भी अमीर हो गया है. आज देश में 10 प्रतिशत समृद्ध (जिनमें से ज्यादातर सवर्ण हैं) के पास देश की 60 प्रतिशत संपत्ति है’. अखिलेश ने कहा है कि ‘आज देश की आधी आबादी के पास देश की कुल आय का 8 प्रतिशत धन है. गरीब प्रतिदिन गरीब होता गया है. अगर उनकी सरकार आती है तो देश के उन 0.1 प्रतिशत अमीरों पर 2 प्रतिशत अतिरिक्त टैक्स लगाएंगे जिनकी संपत्ति ढाई करोड़ रुपये से अधिक है. इस अतिरिक्त टैक्स से सामाजिक न्याय में वृद्धि होगी’.
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अखिलेश ने कहा- अगला प्रधानमंत्री यूपी से होना चाहिए
अखिलेश ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने देश को कई प्रधानमंत्री दिए हैं. अगर इस बार भी प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश से होगा तो मुझे बहुत खुशी होगी. उन्होंने कहा- ‘वर्तमान एनडीए सरकार ने गरीब को गरीब और अमीर को अमीर बनाया है. अगर हम खुशहाली चाहते हैं, तरक्की चाहते हैं तो वह बिना सामाजिक न्याय के मुमकिन नहीं है’. अखिलेश ने कहा- ‘सरकार किसानों की आत्महत्या के आंकड़े छिपा रही है. सरकार बेरोजगारी और गरीबी के आंकड़े भी छिपा रही है. यह जरूरी है कि ये आंकड़े जनता के बीच जाएं’.
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GST से लाभ कम हुआ और नुकसान ज्यादा
अखिलेश ने कहा- ‘जीएसटी से कुछ लाभ तो हुआ होगा, मगर बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. नोटबंदी से इतनी मौतें हुई हैं, उसका कोई रिकॉर्ड नहीं है. बैंक डूब रहे हैं’. अखिलेश ने कहा कि हमारे देश में पढ़ाई-लिखाई, प्राइमरी शिक्षा कैसी हो इस पर ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने कहा- ‘आज मार्केट में जैसे रोजगार उपलब्ध हैं, वैसी पढ़ाई की सहूलियतें नहीं हैं. जाने कितने नौजवान कोचिंग पर पैसा बर्बाद करता है, मां-बाप का पैसा खर्च करता है, मगर रोजगार नहीं मिलता’.
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