योगी सरकार के पहले कार्यकाल में कानून मंत्री रहे ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) को इस बार उप मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई है। मंत्री के रूप में भी उन्हें अति महत्वपूर्ण चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। विभाग की जिम्मेदारी संभालने के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक एक्शन मोड में आ गए हैं। उन्होंने लखनऊ के फैजुल्लागंज निवासी महिला प्यारी देवी को बड़ी राहत दिलाई है।
जानकारी के अनुसार, पिछले 2 महीने से गोंडा निवासी राम प्यारी पेट दर्द की समस्या से जूझ रही हैं। स्थानीय अस्पताल में इलाज कराने के बाद भी कोई फायदा नहीं हुआ। ऐसे में परिजन 24 मार्च को उन्हें लेकर केजीएमयू ट्रामा सेंटर पहुंचे, लेकिन यहां बेड खाली न होने की वजह से उन्हें भर्ती नहीं किया गया। वहीं, दलालों की बातों में आने के बाद मरीज को मड़ियावं स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया।
यहां जांच के बाद डॉक्टर ने गुर्दे में पथरी होने की बात बताई और आपरेशन में करीब 35 हजार रुपए का खर्च बताया। मरीज के भाई दिलीप ने बताया कि डॉक्टर ने 35 हजार रुपए जमा करा लिए। इसके बाद डॉक्टर ने जांच के बाद गुर्दे की नली में रुकावट की बात कही, जिसके ऑपरेशन के लिए 45 हजार रुपए और मांगे गए। रुपए के अभाव में परिजनों ने पैसे देने से इंकार कर दिया। वहीं, रुपए देने से इंकार पर डॉक्टर ने इलाज रोक दिया और बिल के भुगतान का दबाव भी बनाया गया।
इसके बाद मरीज के परिजनों ने फैजुल्लांगज में सामाजिक कार्यकर्ता ममता त्रिपाठी को मामले की जानकारी दी। उन्होने ट्वीट के माध्यम से पूरे मामले की जानकारी उप मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक को दी। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने मामले का संज्ञान लिया। इसके बाद ढाई घंटे के भीतर ही एक्शन लिया गया। अस्पताल प्रशासन ने मरीज के परिवारीजन से माफी मांग कर 20 हजार रुपए वापस देने के बाद मरीज को डिस्चार्ज कर दिया।
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