उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री व चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) लगातार एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। मंगलवार को अचानक उन्होंने लखनऊ (Lucknow) में केजीएमयू (KGMU) पहुंचकर सुविधाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान वह मास्क लगाकर खुद लाइन में लग गए और पहले से मौजूद मरीजों से बातचीत कर वहां मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली। कुछ देर बाद जब कर्मचारी उन्हें पहचान गए तो वह आनन-फानन में व्यवस्था दुरुस्त करने में जुट गए।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने निरीक्षण के दौरान ओपीडी में बदइंतजामी पर नाराजगी जाहिर की। इसके साथ ही पंजीकरण के लिए केजीएमयू के नंबर पर फोन करने वाले मरीजों की कॉल रिसीव न होने पर जमकर फटकार लगाई। इसके साथ ही अगले 24 घंटे में व्यवस्था दुरुस्त करने की चेतावनी दी है।
आज केजीएमयू, लखनऊ पहुँचकर वहाँ की व्यवस्थाओं का औचक निरीक्षण कर हॉस्पिटल की व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित करने व मरीजों को पूरी स्वास्थ्य सुविधाओं को सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया। pic.twitter.com/hzfjQAJjfB
— Brajesh Pathak (@brajeshpathakup) April 5, 2022
उप मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान कई बार पंजीकरण के लिए दिए गए नंबर पर अपने फोन से कॉल की, लेकिन हर बार नंबर व्यस्त बताता रहा। इस बता से नाराज होकर वे प्रशासनिक अधिकारियो के साथ एक्सचेंज पहुंच गए। वहां सिर्फ 2 लाइन पर बात हो रही थी, जबकि बाकी की 10 लाइनें खालीं थी। यह देख उनका गुस्सा फूट पड़ा।
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उन्होंने एजेंसी हटाने की भी चेतावनी दी। साथ ही कहा कि अब एजेंसी को प्रति कॉल रिसीव करने के हिसाब से भुगतान किया जाए। इसके अलावा ओपीडी में कुर्सियों पर गंदगी और टूटी दिखाई देने पर नाराजगी जताई। इस दौरान मरीजों ने बताया कि वह सुबह से ही अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन उनका नंबर नहीं आया। इसके अलावा लाइन में लगाने की व्यवस्था तक देखने वाला वाला कोई नहीं है। इस पर डिप्टी सीएम का गुस्सा भड़का उठा। उन्होंने अधिकारियों पर नाराजगी जाहिर की और व्यवस्था सुधारने की चेतावनी दी।
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