कानपुर (Kanpur) में एक 17 साल की लड़की पर जबरन धर्मांतरण का दबाव (Pressure of Conversion) बनाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। गुजैनी के अंबेडकर नगर की रहने वाली किशोरी को नौकरी का झांसा देकर लखनऊ के मुस्लिम युवक मोहम्मद शहनवाज (Mohammad Shahnawaz) ने 25 दिन तक बंधक बनाकर रखा और उस पर धर्मांतरण का दबाव बनाया। युवती के इंकार करने पर उसे बेल्ट और तार से पीटा। इतना ही नहीं, आरोपी ने केरोसिन छिड़ककर उसे जलाकर मारने की कोशिश तक की।
आरोपी ने काम दिलाने के बहाने युवती को बुलाया
हालांकि, पीड़िता ने किसी तरह मोबाइल के जरिए अपने परिजनों को बुलाया, जिसके बाद परिजन उसे परमपुरवा के एक नर्सिंग होम ले गए और भर्ती कराया। वहीं, पुलिस ने पीड़िता के बयान दर्ज कर लिए हैं। पीड़ित किशोरी माता-पिता के देहांत के बाद अपनी बुजुर्ग दादी के साथ किराए के मकान में रहती है। वह यशोदा नगर के एक पार्लर में काम कर रही थी। तीन महीने पहले एक सहेली ने उसकी मुलाकात मोहम्मद शहनवाज से कराई थी।
युवती को कई दिनों तक कमरे में बंधक बनाकर रखा
शहनवाज ने उसे लखनऊ के अच्छे पार्लर में काम दिलाने के बहाने आलमबाग बुलाया। इस पर युवती चार दिन की छुट्टी लेकर रामादेवी से वैन लेकर आलमबाग पहुंची थी। इसके बाद शहनवाज ने उसे एक कमरे में रखा, जहां वह सिर्फ नशेबाजी करता था। पार्लर में मिलवाने की बात टालते हुए उसने युवती को कई दिन तक कमरे में रखा और घर वापस जाने की जिद पर धमकियां दीं।
भागने की कोशिश पर बेल्ट और तार से पीटा
पीड़िता ने आरोप लगाया है कि शहनवाज उस पर धर्मांतरण का दबाव बना रहा था। 3 जनवरी को उसने भागने की कोशिश की, लेकिन पकड़ी गई। इसके बाद आरोपी ने उसे तार और बेल्ट से बुरी तरह पीटा और केरोसिन छिड़कर आग लगा दी। हालांकि, इस दौरान चीख-पुकार सुनकर आसपास के किराएदार आ गए। जिसके बाद शहनवाज ने आग बुझाकर किशोरी को जिला अस्पताल ले गया। आरोप है कि शहनवाज ने परिजनों को धमकाया कि आग लगाने की बात किसी को बताई तो जहरीला इंजेक्शन लगवाकर मार देंगे।
पुलिसवालों पर भी धमकाने का आरोप
पीड़िता ने बताया कि शहनवाज सो रहा था तो उसके मोबाइल से बुआ को वीडियो कॉल करके किशोरी रोने लगी और उन्हें अस्पताल बुलाया। इसके बाद बुआ उसे लेकर घर पहुंची। यहां से परमपुरवा स्थित नर्सिंग होम में किशोरी को भर्ती कराया। पीड़िता का आरोप है कि कुछ पुलिसवाले अस्पताल आए थे और धमकाया था कि आग खुद लगाने की बात बोलो तभी कार्रवाई होगी।
किशोरी ने अनुसार, पुलिस की धमकाने पर उसने वीडियो में खुद आग लगाने की बात बोली, लेकिन सच्चाई यह है कि शहनवाज ने ही उसे जलाया है। वहीं, मामले में जूही थाना प्रभारी जितेन्द्र सिंह ने बताया कि पीड़िता ने बयान दिया है कि उसने लखनऊ आलमबाग के मित्र से नाराज होकर खुद आग लगाई है। वह कई दिनों तक लखनऊ जिला अस्पताल में भी भर्ती रही। शरीर में संक्रमण फैलने से घरवालों ने परमपुरवा स्थित नर्सिंगहोम में भर्ती कराया है। घटना का जूही थाने से संबंध नहीं है। घटना लखनऊ के आलमबाग और गुजैनी थाने से संबंधित है।
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