लखनऊ: ‘कलानिधि’ के पुलिसवालों ने किशोर को डेढ़ घंटे तक दी थर्ड डिग्री, एक सिपाही जूतों से रौंदता रहा पैर, दूसरा बरसाता रहा डंडे

राजधानी लखनऊ के एसएसपी कलानिधि के तीन पुलिसकर्मी एक किशोर को महज चोरी के शक में घर से उठा लाते हैं और फिर पुलिस चौकी में बंद करके जुर्म कबूलने के नाम पर डेढ़ घटे तक थर्ड डिग्री का इस्तेमाल करते हैं। इस दौरान एक सिपाही किशोर के पैरों को अपने जूतों से कुचलता है तो दूसरा सिपाही उसपर लगातार डंडे बरसाता है। इन पुलिसवालों के जुल्म की दास्तां किशोर के शरीर पर पड़े निशान बयां कर रहे हैं। वक्त के साथ शरीर के जख्म तो भर ही जाएंगे, लेकिन उस किशोर के मन से पुलिस का खौफ शायद ही निकल पाए।


चौकी इंचार्ज की देखरेख में दी जा रही थी थर्ड डिग्री

लखनऊ पुलिस का यह बर्बर चेहरा पीजीआई थाने की तेलीबाग चौकी का है। वृंदावन कॉलोनी निवासी एक मजूदर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से उसका नाबालिग बेटा किराए पर ई-रिक्शा चलाता था। किशोर ने बताया कि 24 जून को लौंगा खेड़ा के पास दो लड़कों ने उसका ई-रिक्शा बुक किया। इसके बाद एक लड़का स्कूटी और दूसरा उसके रिक्शे पर सैनिक नगर तक आया। उन्होंने किशोर को पानी की बोतल लाने के लिए भेज दिया। वापस आने पर लड़के और रिक्शा दोनों गायब थे। इस पर किशोर ने ई-रिक्शा मालिक को सूचना दी। 27 जून को छह बजे किशोर के घर पर तेलीबाग चौकी से तीन पुलिसवाले आए।


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मां के मुताबिक, पुलिसवाले किशोर को चौकी लेकर चले गए। साढ़े सात बजे चौकी पर परिवार और क्षेत्र के अन्य लोग पहुंचे तो पुलिसकर्मी लडख़ड़ाते किशोर को टैंपो में कहीं ले जा रहे थे, लेकिन लोगों को देखकर छोड़ दिया। किशोर का आरोप है कि चौकी इंचार्ज के सामने कई पुलिस वाले उस पर चोरों के साथ मिले होने और चोरी का पैसा मिलने की बात कुबूलने का दबाव बना रहे थे। एक सिपाही उसके पैरों को जूतों से रौंद रहा था। दूसरा डंडे बरसाते हुए वारदात कुबूलने का कह रहे थे। आरोप है कि चौकी के अंदर बेस्मेंट में एक तहखाना बना हुआ है। इसमें किशोर को पुलिसकर्मियों ने रखकर मारा और आरोप कुबूलने का दबाव बनाया।


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इंस्पेक्टर पीजीआइ ने खुद इस बात को माना कि इस मामले में कोई मुकदमा दर्ज नहीं था। चौकी में मौखिक शिकायत हुई थी। चौकी प्रभारी रजनीश वर्मा ने उन्हें भी सूचना नहीं दी। वहीं, सीओ कैंट तनु उपाध्याय ने बताया कि मुकदमा दर्ज किए बिना इस तरह की कार्रवाई के विषय में जांच शुरू कर दी गई है। दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं, आईजी रेंज लखनऊ एसके भगत का कहना है कि प्रकरण की रिपोर्ट लखनऊ पुलिस के उच्च अधिकारियों से मांगी गई है। साथ ही जांच के आदेश भी दिए गए हैं। जल्द ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।


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