राजधानी लखनऊ (Lucknow) स्थित पुलिस कंट्रोल रूम 112 मुख्यालय (Dial 112) की 600 से अधिक आउटसोर्सिंग महिला कर्मचारियों ने वेतन बढ़ोतरी को लेकर सोमवार की दोपहर काम बंद कर दिया, जिससे तमाम जिलों की सेवाएं बाधित हो गईं। महिला कर्मचारी नारेबाजी करते हुए दफ्तर के बाहर ही धरने पर बैठ गईं। वहीं, मंगलवार यानी आज सुबह जब इन कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री आवास की तरफ कूच किया तो पुलिस ने इन्हें हटा दिया।
अफसरों ने किया था सैलरी बढ़ाने का दावा
सोमवार को इन महिला कर्मचारियों का प्रदर्शन देर रात तक जारी रहा, जिसके बाद पीएसी को तैनात कर दिया गया था। पुलिस कंट्रोल रूम मुख्यालय 112 की सेवाओं को संचालित करने के लिए कुछ महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। आउटसोर्सिंग कर्मचारी हर्षिता कश्यप ने बताया कि सभी महिला कर्मी सात वर्ष से डायल-112 में 11 हजार रुपये वेतन में आउटसोर्सिंग पर नौकरी कर रही थी।
हेलो …..
सुनिए डायल 112 की महिलाओं को….. pic.twitter.com/ELi5eliElt
— Sumit Kumar (@skphotography68) November 7, 2023
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अफसरों ने उनके वेतन में वृद्धि कर 18 हजार रुपए करने का दावा किया था। हालांकि, सालों बाद भी वेतन वृद्धि नहीं हुई। वेतन में वृद्धि की मांग की गई तो नौकरी से निकाले जाने की धमकी मिलने लगी। इससे आक्रोशित होकर वेतन वृद्दि की मांग को लेकर सभी धरने पर बैठी गईं।
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अब मुख्यालय ने वी-विन कंपनी को काम सौंप दिया है। वह सात साल से काम कर रही थीं जिसका मुख्यालय ने अबतक नियुक्तिपत्र नहीं दिया। महिला कर्मी पूजा सिंह ने बताया कि धरना खत्म करवाने एक बड़े अधिकारी पहुंचे। अधिकारी ने उनसे कहा कि धरने पर बैठना है तो बैठो। हमारे पास महिला पुलिसकर्मियों का बैकअप है, इसमें कुछ नहीं होगा। महिला कर्मी अंकिता ने बताया कि जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाएगी। इसी तरह उनकी मांग जारी रहेगी।
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