समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने राजधानी लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में नियुक्तियों को लेकर बड़ा आरोप लगाया है। मौर्य ने कहा कि विश्वविद्यालय में हुई नियुक्तियों में बड़े पैमाने पर घालमेल किया जा रहा है। यही नहीं, उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलपति की जाति (ब्राह्मण) का जिक्र करते हुए उनपर भेदभाव करने का गंभीर आरोप भी लगाया है।
मौर्य ने ट्वीट कर कही ये बात
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि विश्वविद्यालय में आचार्य के 12 में से अन्य पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जनजाति का आरक्षण शून्य कर दिया गया और अनुसूचित जाति के लिए सिर्फ एक पद रखा गया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर मौर्य ने लिखा कि जाति का घंमड संविधान पर भी भारी पड़ गया है। संविधान की शपथ लेने वाले बौने साबित हुए हैं।
जाति का घमंड संविधान पर भी भारी। संविधान की शपथ लेने वाले माननीय श्री राज्यपाल, मा. मुख्यमंत्री, सब साबित हुए बौने। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद (ब्राह्मण) द्वारा भर्तियों में किया जा रहा है बड़ा घालमेल। आचार्य के 12 पद में अन्य पिछड़ा… pic.twitter.com/jJn34zw683
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) November 11, 2023
केजीएमयू की कुलपति का जिक्र करते हुए मौर्य ने उनपर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने लिखा कि किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ की कुलपति प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद (ब्राह्मण) द्वारा भर्तियों में बड़ा घालमेल किया जा रहा है।
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आचार्य के 12 पद में अन्य पिछड़ा वर्ग एवं अनुसूचित जनजाति का आरक्षण शून्य एवं अनुसूचित जाति को मात्र 1 पद, अपर आचार्य के 3 पद में ओबीसी, एससी, एसटी का आरक्षण शून्य, सह आचार्य के 17 पद में ओबीसी को मात्र 1 पद, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति का आरक्षण शून्य तथा सहायक आचार्य के 80 पद में अनुसूचित जनजाति का आरक्षण शून्य, जबकि पिछड़े वर्ग को 27 % के सापेक्ष मात्र 12% और अनुसूचित जाति के 21.5% के सापेक्ष मात्र 9% का लॉलीपॉप दिखाकर आरक्षण नियमावली का किया बंटाधार कर दिया गया है।
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