उर्दू के मशहूर शायर मुनव्वर राणा (Munawwar Rana) को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिर (Mahant Narendra Giri) ने नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है कि मुनव्वर राणा कट्टरपंथियों के हाथों में खेल रहे हैं। सूबे में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार है और बीजेपी की सरकार में पिछले साढ़े चार सालों में कोई दंगा भी नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि यूपी में जब-जब दूसरी सरकारें रही हैं, दंगा हुआ है और मुसलमान असुरक्षित भी रहा है। अब यूपी में मुसलमान पूरी तरह से सुरक्षित है। लेकिन बीजेपी के 2022 में विधानसभा चुनाव जीतने और योगी के दोबारा सीएम बनने पर मुनव्वर राणा का यूपी छोड़कर बंगाल में बसने का बयान बेहद हास्यास्पद है।
महंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि मुनव्वर राणा के बयान से ऐसे लगता है कि उनकी मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं है। कोई भी कहीं जाने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र है। मुनव्वर राणा भी अगर पश्चिम बंगाल जाना चाहते हैं तो बेशक वह जा सकते हैं, लेकिन उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि पश्चिम बंगाल भी भारत का ही अंग है।
महंत नरेंद्र गिरी ने आगे कहा कि जहां तक यूपी में अगली सरकार बनने का सवाल है तो अगली सरकार भी सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की ही बनेगी और सीएम योगी ही प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री भी होंगे। मुनव्वर राणा अगर पश्चिम बंगाल जाना चाहते हैं तो वे तैयारी कर लें और अपना मकान और जमीन बेचकर कभी भी जा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि एक शायर के रूप में मुनव्वर राणा की पूरे देश में एक अच्छी पहचान थी। हिंदू और मुसलमान सभी धर्मों के लोग उनका आदर और सम्मान करते थे। लेकिन पिछले कुछ दिनों से जिस तरह के वह लगातार विवादित बयान दे रहे हैं, उससे उनकी छवि पर भी असर पड़ा है। महंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि अगर एक बार फिर से मुनव्वर राणा अपने विवादित बयानों को छोड़कर राष्ट्रवाद की मुख्यधारा में लौट आते हैं तो निश्चित तौर पर फिर से उनको लोगों से वही सम्मान मिलेगा।
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