एनआइए की गिरफ्त में आये आतंकियों को कानूनी मदद देगी उलमा-ए-हिंद, मौलाना महमूद मदनी बोले- निर्दोषों को फसाया जा रहा

एनआइए की छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किये गए मुस्लिम आतंकी युवकों के सम्रथन में उलमा-ए-हिंद उतर आई है. उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने गिरफ्तार किये गए मुस्लिम युवकों को कानूनी सहायता देने की घोषणा की है.

 

मौलाना महमूद मदनी ने कहा हम किसी भी तरह के आतंक को स्वीकार नहीं करते, लेकिन यहाँ आतंकवाद के नाम पर निर्दोष मासूमों को फसाया जा रहा है. यह हमें कतई मंजूर नहीं हैं.

 

वहीं उलमा-ए-हिंद उतर मुस्लिम नौजवानों को कानूनी मदद मुहैया कराने की घोषणा पर विश्व हिंदू परिषद (धर्म प्रसार) के प्रांत मंत्री विकास त्यागी ने कहा कि संदिग्ध आतंकियों की पैरवी करने का मतलब है कि जमीयत भी कहीं न कहीं आतंकवाद से जुड़ी हुई हैं. सरकार को इसकी जांच करवानी चाहिए और देश के अंदर ऐसी संस्था पर बैन लगाना चाहिए. इतना ही नहीं विकास त्यागी ने दारुल उलूम समेत अन्य इदारों को आतंकवाद के अड्डे बताते हुए इन्हें आतंकियों की शरणस्थली बताया.

 

बता दें कि हाल ही में नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेन्सी यानी एनआईए और यूपी की स्पेशल टास्क फोर्स ने देश को दहला देने वाली एक योजना विफल की है. एनआईए और यूपी एसटीएफ ने दिल्ली और यूपी में कई ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की. जहां से कई लोगों को हिरासत में लिया गया है और भारी मात्रा में पोटेशियम नाइट्रेट, सल्फर, शुगर पेस्ट जैसे विस्फोटक, बड़ी संख्या में रिवाल्वर औऱ पिस्तौलें, लाखों रुपए, तलवारें और जेहादी साहित्य बरामद किया गया है. यह आतंकवादी 26 जनवरी को मनाए जाने वाले गणतंत्र दिवस से पहले देश में सीरियल बम धमाका करने की योजना बना रहे थे.

 

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