उत्तर प्रदेश के मेरठ (Meerut) जनपद में पुलिस ने आशियाना कॉलोनी में एक घर में पिछले पांच साल से चल रही एक अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री (Illegal Arms Factory) का भंडाफोड़ किया है। फैक्ट्री से पुलिस ने भारी मात्रा में तमंचे और हथियार बनाने के उपकरण बरामद किए हैं। छापेमारी के दौरान छह लोगों को गिरफ्तार किया गया जबकि पांच अन्य वहां से भागने में सफल रहे। स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) और लिसाड़ी गेट पुलिस की एक टीम ने यह कार्रवाई की। पुलिस ने कहा कि यह छापेमारी विधानसभा चुनावों से पहले अवैध हथियार निर्माण इकाइयों के खिलाफ चल रहे राज्यव्यापी अभियान का हिस्सा थी।
मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रभाकर चौधरी ने कहा, ‘घर पर पिछले पांच साल से फैक्ट्री चल रही है, जबकि मकान मालिक अलग-अलग हथियारों की आपूर्ति कर रहे थे, जो एक बंदूक के लिए 25,000 रुपये से लेकर 30,000 रुपये तक लेते थे। आगामी विधानसभा चुनावों के परिणाम को प्रभावित करने के लिए आस-पास के जिलों के अपराधी यहां आकर हथियार खरीदते थे।’
सराहनीय कार्य जनपद मेरठ#MeerutPolice एस0ओ0जी0 मेरठ व थाना लिसाडी गेट पुलिस द्वारा अवैध पिस्टल फैक्टरी का भंडाफोड कर 10 कन्ट्रीमेड अवैध पिस्टल(बने व अधबने) व पिस्टल बनाने का सम्पूर्ण सामान मय 06 नफर अभियुक्तगण गिरफ्तार- #UPPolice pic.twitter.com/5cPPiPf6Vp
— MEERUT POLICE (@meerutpolice) December 15, 2021
एसएसपी ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अयूब, आमिर, अनस मोहम्मद, इरशाद, हसीन उर्फ भूरा और आमिर के रूप में हुई है। मकान मालिक राशिद, शहजाद, इसरार, शाहिद अली और इसाफ अली मौके से फरार हो गए। एसएसपी ने कहा कि कारखाने से 35 विभिन्न प्रकार के हथियार और उपकरण जब्त किए गए हैं। सभी आरोपी एक से ज्यादा मामलों में वांछित चल रहे थे।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा 2020 के लिए जारी किए गए आंकड़ों में कहा गया है कि देश में अवैध हथियारों की बरामदगी का आधा हिस्सा सिर्फ उत्तर प्रदेश से बरामद किया गया है। आंकड़ों में कहा गया है कि 2020 में देश में शस्त्र अधिनियम के तहत 67,947 हथियारों को जब्त किया गया था, जिसमें उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 32,776 हथियार बरामद किए गए हैं।
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