प्रयागराज के यमुनानगर जोन के करछना क्षेत्र के ईसौटा गांव में दलित युवक देवी शंकर को जिंदा जलाकर मार डाले जाने की घटना ने प्रदेश की राजनीति में भूचाल ला दिया है। इस नृशंस हत्याकांड को लेकर विपक्ष ने सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए हैं।
अजय राय का बीजेपी सरकार पर हमला
आंबेडकर जयंती के अवसर पर इलाहाबाद हाईकोर्ट चौराहे पर डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने मीडिया से बात करते हुए बीजेपी सरकार पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि, “प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है।” अजय राय ने यहां तक कह दिया कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफा लेने को कहना चाहिए।
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कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल
कांग्रेस नेता अजय राय ने करछना की घटना के साथ-साथ वाराणसी में एक बच्ची के साथ 23 लोगों द्वारा गैंगरेप और कासगंज में एक युवती के साथ आठ लोगों द्वारा दुष्कर्म जैसी घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि ये घटनाएं प्रदेश में कानून व्यवस्था की असलियत को उजागर करती हैं।
कांग्रेस का दलितों के साथ खड़ा रहने का दावा
आंबेडकर जयंती पर दलित समुदाय के बीच समर्थन हासिल करने की कोशिशों के बीच अजय राय ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सच्चे मन से दलितों के साथ खड़ी है। उन्होंने बताया कि वह जल्द ही ईसौटा गांव जाकर मृतक दलित युवक के परिजनों से मिलेंगे और उन्हें पार्टी की ओर से पूरी संवेदना व्यक्त करेंगे।
पीड़ित परिवार के लिए मुआवज़ा और नौकरी की मांग
अजय राय ने योगी सरकार से मृतक युवक के परिजनों को 50 लाख रुपए का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं केवल मुआवज़े से नहीं रुकेंगी, सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी होगी।
आरएसएस पर भी साधा निशाना
अजय राय ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के कानपुर दौरे और आरएसएस कार्यालय में डॉ. भीमराव आंबेडकर सभागार के लोकार्पण को लेकर तंज कसते हुए कहा कि “बीजेपी और आरएसएस सिर्फ दलित प्रेम का दिखावा करते हैं, असल में यह सब दिखावटी राजनीति है।”