असलहों को शौकीन है मुनव्वर राणा का बेटा तबरेज, खुद को बताता है ‘राक्षस’, पिस्टल से निशाना लगाते Video वायरल

चाचा को झूठे मुकदमें में फंसाने के लिए खुद पर फायरिंग कराने के आरोपी शायर मुनव्वर राणा (Munawwar Rana) के बेटे तबरेज राणा (Tabrez Rana) की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं. स्वॉट टीम के हाथ लगे तबरेज के मोबाइल से बनाए गए 2 वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं. इनमें तबरेज पिस्टल को हाथों में लेकर उसे लोड करते दिख रहे हैं. वीडियो सामने आने के बाद जिले भर में हड़कंप मचा हुआ है. वीडियो को देखकर लगता है तबरेज असलहों का शौकीन है. फायरिंग भी किसी माहिर शूटर की तरह करता है. हालांकि वह न तो प्रोफेशनल शूटर है और न ही उसे जानमाल की सुरक्षा के लिए दिए जाने वाले लाइसेंसी असलहे के सार्वजनिक प्रदर्शन करने का अधिकार है.


बताया जा रहा है कि तबरेज के पास 45 एमएम की लाइसेंसी पिस्टल है. जिसे जब तब सार्वजनिक रूप से इस्तेमाल करता रहा है. इतना ही नहीं, टिक टॉक स्टाइल में वीडियो बनाकर वायरल करना भी इसका शौक रहा है. ऐसे ही दो वीडियो ज़ी मीडिया के हाथ लगे हैं. जिसमे तबरेज असलहे का प्रदर्शन करते हुए फायरिंग कर रहा है.


गौरतलब है कि 28 जून को रायबरेली में तबरेज पर बदमाशों ने गोली चला दी थी. हालांकि गोलीबारी में तबरेज बाल-बाल बच गए थे. ये हमला उस वक्त हुआ जब तबरेज अपनी गाड़ी में पेट्रोल भरवाने जा रहे थे. तबरेज पर दो राउंड फायरिंग हुई थी. तबरेज राणा तब रायबरेली अपने मूल निवास पर आए हुए थे. हमले के बाद मुनव्वर ने कहा था कि जमीनी विवाद को लेकर उनके ही परिवार के लोग रंजिश रखते थे और उन्हीं लोगों ने हमला कराया होगा.


CCTV से साजिश का हुआ पर्दाफाश

इस मामले में रायबरेली पुलिस ने बताया था कि पूछताछ और सीसीटीवी फुटेज की जांच के आधार पर इस साजिश का पता चला. पिछले महीने एसपी श्लोक कुमार ने कहा था कि तबरेज ने अपने साथी हलीम और सुल्तान के साथ पूरी साजिश रची. तबरेज ने अपने चाचा को संपत्ति विवाद फंसाने के लिए ये साजिश रची थी. एसपी ने कहा कि हलीम ने सतेंद्र और शुभम नाम के दो शूटर को फायरिंग के लिए भेजा था. उन्होंने बताया कि हलीम, सुल्तान, सतेंद्र और शुभम को गिरफ्तार कर लिया गया है. इनके पास से घटना में इस्तेमाल बाइक और पिस्टल बरामद कर ली गई है.


ऐसे हुआ था खुलासा 

प्लान बनने के बाद तबरेज के दोस्त हलीम और सुल्तान ने शुभम और सत्येंद्र नाम के दो शूटरों को तैयार किया, जिन्हें तबरेज पर गोली चलानी थी. वहीं, जांच के दौरान पुलिस को वो सीसीटीवी फुटेज मिले, जिसमें ये लोग सारी प्लानिंग करते नजर आए. इसके बाद ही जांच की दिशा बदली. चार अभियुक्त गिरफ्तार हो गए. हालांकि, तबरेज फरार हो गया था. पुलिस के मुताबिक पकड़े गए सभी आरोपियों में हलीम का आपराधिक इतिहास रहा है. वह 307 के एक मामले में पकड़ा गया था, जबकि अन्य तीनों पर पहले कोई मुकदमे नहीं थे.


ये है जमीन विवाद की पूरी कहानी 

यह पूरा मामला राजघाट स्थित चार बीघा जमीन से जुड़ा है. यहां कुल साढ़े अट्ठारह बीघा जमीन है. जिसमें साढ़े चौदह बीघे जमीन सब भाइयों के नाम अलग-अलग हैं. चार बीघा जमीन मुनव्वर राना के पिता के नाम दर्ज है. मुनव्वर राना के भाई इस्माइल राना के मुताबिक पिता के चार बीघे जमीन को बराबर छह भाइयों में आना था, लेकिन तबरेज ने इसे अकेले ही बेचना शुरू कर दिया. मुनव्वर राना के अन्य भाइयों को जब यह मालूम हुआ, तो सभी लोगों ने कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी. इसी कार्रवाई से तबरेज घबरा गया और बचने के लिए खुद पर ही फायरिंग करवा ली.


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