ग्रेटर नोएडा ( Greater Noida) के चर्चित निक्की भाटी मर्डर केस (Nikki Bhati Murder Case) में पुलिस को कुछ अहम सबूत हाथ लगे हैं। इनमें एक निजी अस्पताल का मेमो शामिल है, जिसमें गैस सिलेंडर फटने से जलने का जिक्र किया गया है। साथ ही पति विपिन भाटी (Vipin Bhati) का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें वह घर के पास दुकान के बाहर दिखता है और फिर तेजी से घर की ओर दौड़ता है। इसके बाद इलाके में अफरातफरी का माहौल नजर आता है।
पुलिस जांच और सीसीटीवी फुटेज पर सवाल
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज जांच का हिस्सा है, हालांकि इसकी प्रामाणिकता अभी तय नहीं हुई है। आरोप है कि निक्की को पहले पीटा गया और फिर उस पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी गई। अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई थी। पुलिस का कहना है कि मामले की हर एंगल से जांच की जाएगी और तथ्यों के आधार पर ही कार्रवाई होगी।
आरोपी परिवार पुलिस हिरासत में
इस सनसनीखेज घटना के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए निक्की के पति विपिन, ससुर सतवीर, सास दया और देवर रोहित को गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि रविवार को विपिन पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश कर रहा था, जिसके दौरान पुलिस की गोली उसके पैर में लगी।
दहेज प्रताड़ना और परिजनों का आरोप
निक्की के परिजनों ने ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि 2016 में शादी के बाद से ही निक्की को दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था। शादी में स्कॉर्पियो, बाइक और गहने देने के बावजूद बाद में 36 लाख रुपये और लग्जरी कार की मांग की गई। निक्की की बहन कंचन ने आरोप लगाया कि सास दया ने पति विपिन को कोई ज्वलनशील पदार्थ थमाया, जिसे निक्की पर डाल दिया गया।
अस्पताल का मेमो और गवाहों के बयान
निक्की को सबसे पहले निजी अस्पताल ले जाया गया था, जहां मेमो में लिखा गया कि वह गैस सिलेंडर फटने से झुलसी है। हालांकि, उसकी बहन का दावा है कि यह हत्या थी। वहीं विपिन के चचेरे भाई देवेंद्र ने बयान दिया कि घटना के समय विपिन दुकान पर था और अचानक घर की ओर दौड़ा। बाद में वह खुद परिवार के साथ निक्की को अस्पताल ले गया।
परिवार की सख्त कार्रवाई की मांग
निक्की के पिता भिखारी सिंह ने साफ कहा है कि यह मामला उनकी बेटियों की सोशल मीडिया गतिविधियों से जुड़ा नहीं है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटियां पार्लर चलाती थीं और बच्चों की पढ़ाई भी देखती थीं। भिखारी सिंह ने दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है। इस बीच राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी इस केस में निष्पक्ष और समयबद्ध जांच की अपील की है।