उत्तर प्रदेश सहित देश के कई राज्यों में 1000 से अधिक लोगों के धर्म परिवर्तन (Conversion) के मामले में आरोपियों पर शिकंजा कसता जा रहा है। विदेश से फंडिंग का मामला सामने आने के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement directorate) ने भी केस दर्ज कर लिया है। यूपी एटीएस (UP ATS) के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय भी इस मामले की जांच में जुट गया है।
विदेशों से फंडिंग के मिले पुख्ता सबूत
धर्मांतरण के मामले में यूपी एटीएस की रिमांड पर चल रहे मौलाना मोहम्मद उमर गौतम और जहांगीर कासमी से अब ईडी की टीम भी पूछताछ कर सकती है। जानकारी के अनुसार, यूपी में धर्मांतरण के संबंध में अब प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज की गई है। इस प्रकरण में उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) की प्राथमिकी के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय की जांच टीम ने भी मामला दर्ज किया है।
उत्तर प्रदेश शासन में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि धर्मांतरण के प्रकरण में हमको विदेशों से फंडिंग के पुख्ता सुबूत मिले हैं। एक खाता भी कनफर्म हो गया है, जिसमें विदेशों से रकम आती थी। यह धनराशि क्यों और कैसे आती थी, इसकी जांच की जा रही है। कहीं यह गलत काम को बढ़ावा देने के लिए धनराशि एकत्र करने का माध्यम तो नहीं है।
धर्मांतरण के मामले पर गंभीर सीएम योगी
अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि इस मामले में हवाला ट्रांजेक्शन की भी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण रोकने के लिए ही कानून लाया गया है। धर्मांतरण के इस मामले को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ बेहद गंभीर हैं और हर पल की जानकारी का अपडेट ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इस मामले की जांच के लिए उत्तर प्रदेश एटीएस व एसटीएफ के साथ जिला पुलिस की टीमों को लगाने का निर्देश दिया है।
उन्होंने बताया कि इसमें ईडी के साथ ही केंद्र सरकार की एजेंसियों की मदद ली जा रही है। एटीएस की टीमों को आज ही अन्य राज्यों में पड़ताल के लिए भेजा जा रहा है। अवनीश अवस्थी ने कहा कि इस केस के बारे में हमको अधिक जानकारी मिले, इसके लिए एक नम्बर भी जारी किया गया है। इसके साथ ही ई मेल से भी इनपुट मांगा जा रहा है। हम मिले सभी इनपुट की भी पड़ताल करने के बाद जांच को आगे बढ़ेंगे।
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