‘अब नौकरी के लिए खेत नहीं बिकेंगे…’, लखनऊ बना ऐतिहासिक पल का साक्षी, 60 हजार से अधिक युवाओं को मिला नियुक्ति पत्र

राजधानी लखनऊ (Lucknow) के वृंदावन योजना स्थित डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में रविवार का दिन इतिहास में दर्ज हो गया, जब पहली बार उत्तर प्रदेश में एक साथ 60,244 नवचयनित पुलिस आरक्षियों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए। इस भव्य अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Cm Yogi Adityanath) की मौजूदगी में हजारों युवा अपने सपनों की उड़ान भरते नजर आए।

गांव की बेटी रोशनी बनी मिसाल

फिरोजाबाद के हरदासपुर गांव की रोशनी उन युवाओं में शामिल रहीं, जिन्होंने पहली बार अपने परिवार में सरकारी नौकरी हासिल की। एक किसान की बेटी होने के बावजूद रोशनी ने न सिर्फ सपने देखे, बल्कि उन्हें पूरा भी किया। उन्होंने कहा, “हमारे यहां पहले किसी ने सरकारी नौकरी की कल्पना भी नहीं की थी। आज जब नियुक्ति पत्र मिला, तो गर्व और खुशी दोनों साथ थे।”

प्रक्रिया में भ्रष्टाचार नहीं था: प्रीति यादव

बांदा जिले के मरका गांव की प्रीति यादव ने एक और सामाजिक सोच को झटका दिया। उन्होंने कहा, “पहले कहा जाता था कि बिना पैसे सरकारी नौकरी नहीं मिलती। लेकिन मैंने खुद देखा कि इस प्रक्रिया में कहीं कोई भ्रष्टाचार नहीं था।” प्रीति के चयन ने उनके परिवार के लिए यह दिन किसी त्योहार से कम नहीं बनाया।

दलित समुदाय के आशीष ने दिखाया कि मेहनत रंग लाती है

देवरिया के आशीष गौतम, जो एक दलित परिवार से आते हैं, ने यह साबित किया कि अब प्रतिभा ही असली पहचान है। मजदूर माता-पिता के बेटे आशीष ने कहा, “मैंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बातों पर भरोसा किया और दिल से तैयारी की। आज मैं पुलिस में हूं, और अब परिवार की जिम्मेदारी निभा पाऊंगा।”

“अब नौकरी के लिए खेत नहीं बिकेंगे” — राजकुमार यादव

हरिरामपुर के राजकुमार यादव ने अपने पिता को याद करते हुए कहा, “अगर आज पापा जिंदा होते, तो सबसे ज्यादा खुश वही होते। पहले तो लोग कहते थे कि नौकरी के लिए खेत बेचने पड़ते हैं, लेकिन मैंने बिना एक भी पैसा दिए यह नौकरी पाई है।”

सिर्फ नौकरी नहीं, सामाजिक बदलाव की भी शुरुआत

श्रावस्ती, महोबा, अमेठी जैसे जिलों से आए हजारों युवा इस समारोह में पहुंचे और नियुक्ति पत्र प्राप्त किया। इनका कहना था कि यह भर्ती सिर्फ रोजगार नहीं दे रही, बल्कि शिक्षा, स्वाभिमान और सामाजिक बदलाव की एक नई कहानी लिख रही है।इस पूरे चयन अभियान में बायोमेट्रिक सत्यापन, सीसीटीवी निगरानी , और हाइटेक तकनीकों के प्रयोग से यह सुनिश्चित किया गया कि हर चयन पारदर्शी हो।

निष्पक्ष भर्ती प्रणाली

किसान, श्रमिक, मजदूर और सीमांत परिवारों से आए हजारों युवाओं ने एक सुर में कहा कि न तो किसी सिफारिश की जरूरत पड़ी और न ही किसी को रिश्वत देनी पड़ी। योगी सरकार की निष्पक्ष भर्ती प्रणाली ने हर वर्ग के युवाओं को सम्मान के साथ आगे बढ़ने का अवसर दिया।