सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के चीफ ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) अक्सर अपने बयानों की वजह से चर्चाओं में बने रहते हैं। अब एक बार फिर सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने कुछ ऐसा कह दिया है, जिसकी वजह से सुर्खियों में आ गए हैं। यही नहीं, विरोधी दल के नेता भी उन्हें आड़े हाथ ले रहे हैं। दरअसल, सोशल मीडिया पर ओम प्रकाश राजभर का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह 69 हजार शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों के धरने को लेकर किए गए सवाल का जवाब दे रहे हैं।
सपा टोपी लगवाकर धरना दिलवा रही
वीडियो में पत्रकार ओम प्रकाश राजभर से कहता है आप देख रहे हैं कि 69 हजार शिक्षक अभ्यर्थी 600 दिनों से बैठे हुए लाठी खा रहे हैं बेचारे। इस पर ओम प्रकाश राजभर कहते हैं कि ऊ लाते खाने लायक हैं सब। वह कहते हैं कि सपा टोपी लगवाकर धरना दिलवा रही है। ये जाहिर हो रहा है न। क्यों टोपी लगा रहे हो किसी दल का। हम तो कहते हैं कि हमारा भी मत लगाओ, उनका भी मत लगाओ। राजभर झूठ नहीं बोलता। समाजवादी पार्टी का टोपी लगाकर बैठे हैं। नारा लगा रहे अखिलेश यादव जिंदाबाद।
वहीं, इस वीडियो को लेकर अब जुबानीजंग तेज हो गई है। शिवपाल यादव ने वीडियो शेयर कर लिखा, ‘इतना असंवेदनशील व शर्मनाक बयान देने वालों से रोजगार देने की उम्मीद कैसे की जा सकती है?’ उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने भी इस वीडियो को शेयर करते हुए कहा कि 69000 शिक्षक भर्ती आरक्षण घोटाला वाले अभ्यर्थी लात ही खाने लायक है- ओपी राजभर, सुभासपा (यूपी में बीजेपी की सहयोगी दल)। नोट: बोले ये रहे हैं पर शब्द बीजेपी के हैं।
शर्मनाक बयान है ओमप्रकाश राजभर का …69000 शिक्षक भर्ती मे 6800 पिछड़ो दलितों द्वारा अपनी हक माँग रहे ,धरना दे रहे ,लाठी खा रहे युवाओं को अपशब्दों से सम्बोधित करना बेहद घटिया कृत्य है , अपने लिए सत्ता में जगह ढूँढ रहे राजभर को इस बयान के लिए माफ़ी माँगना चाहिए
जो शब्द हक़ माँग… pic.twitter.com/1KFkklQNrK— Manoj KAKA (@ManojSinghKAKA) March 1, 2024
उधर, ओपी राजभर के बेटे अरुण राजभर ने पिता का बचाव करते हुए कहा कि आदरणीय चाचा शिवपाल यादव आपका सम्मान हम करते है 69000 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों को न्याय दिलाने के लिए सभी आंदोलन करने वाले नौजवानों के प्रतिनिधि मण्डल को लेकर माननीय ओम प्रकाश राजभर एक दर्जन बार माननीय मुख्यमंत्री से मिले जिसमें कोर्ट में चल रहे विवाद के समाधान का रास्ता निकालने के लिए कहा था।
अरुण राजभर ने कहा कि लेकिन इस आंदोलन में कुछ यादव समर्थकों ने उस शिक्षक माँग को सपा का प्रायोजित कार्यक्रम बनाकर रख दिया सपा की टोपी, झंडा और सपा नेता ज़िंदाबाद आंदोलनकारी ख़ुद करने लगे। 69 हजार शिक्षक भर्ती मांग के बहाने सपा ने राजनीति करना शुरू कर दिया। सुभासपा ही 69 हजार शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों को न्याय दिलाएगी।
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