कोरोना वायरस की पहली और दूसरी लहर ने देश भर में कहर बरपाया। पर लोगों को इसके संक्रमण से बचाने के लिए डॉक्ट्स और यूपी पुलिस के जवानों ने अपनी जान की परवाह तक नहीं की। यूपी पुलिस के जवान अस्पताल से लेकर शमशान तक लोगों की मदद में जुटे हुए थे। जिसकी वजह से बड़ी तादाद में पुलिसकर्मी संक्रमित हुए। यही वजह ही कि तीसरी लहर का अंदेशा आने के बाद अब पुलिसकर्मियों की सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं। ताकि संक्रमित होने के बाद उन्हें कहीं भटकना न पड़े। इसी के अंतर्गत वाराणसी में कमिश्नर के आदेश के बाद जवानों के लिए अलग से अस्पताल बनवाया जा रहा है। जहां पुलिसकर्मियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा दी जाएगी।
48 बेड का है अस्पताल
जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में वाराणसी में 5 हजार से ज्यादा पुलिस कर्मी तैनात है। पुलिसकर्मियों को बेहतर इलाज देने के लिए वाराणसी में ‘पुलिस स्पेशल अस्पताल’ तैयार किया है। शिवपुर सेंट्रल जेल रोड पर सरकारी भवन में बने 48 बेड के इस अस्थायी अस्पताल में पुलिस के जवानों के इलाज के लिए बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई गई है। नार्मल बेड के अलावा 20 से अधिक ऑक्सिजन वाले बेड भी बनाए गए हैं। इस अस्थायी अस्पताल के अलावा पुलिस लाइन में भी पुलिसकर्मियों के लिए अस्पताल तैयार किया जा रहा है।
पुलिस कमिश्नर ने बताया ये
इस अस्पताल की जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि पुलिस के जवान संक्रमण काल के दौरान अपराध और अपराधियों पर लगाम के साथ ही माइक्रो कन्टेन्टमेंट जोन में काम करते हैं। ऐसे में उनके संक्रमित होने की संभावना भी ज्यादा होती है। आपदा के दौर में पुलिस विभाग आत्मनिर्भर रहे इसके लिए जिला प्रशासन के सहयोग से एक भवन को चिन्हित कर उसमें 48 बेड की व्यवस्था की गई। जल्द ही जिले में एक मिनी स्वास्थ्य केंद्र भी बनाया जाएगा। ताकि पुलिस कर्मियों को कहीं भटकना न पड़े।
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