उत्तर प्रदेश पुलिस के 23 आईपीएस अधिकारियों ने साल 2017 की अपनी अचल संपत्ति का ब्यौरा केंद्रीय गृह मंत्रालय को उपलब्ध नहीं कराया है। यही वजह है कि मंत्रालय ने इन अधिकारियों की लिस्ट पुलिस महकमे की वेबसाइट पर डाली है।
इन आईपीएस अधिकारियों का नाम भी है शामिल
सूची के अनुसार संपत्ति का ब्योरा ना देने वालों में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आईजी ज्ञानेश्वर तिवारी, डीआईजी हरिनारायण सिंह, ललित कुमार सिंह, एसपी रामकिशोर, अशोक कुमार, पंकज कुमार, एन कोलांची, रमेश शिवशंकर यादव, नागेश्वर सिंह, राहुल यादवेंद्र, सौमित्र देव, शिव हरी मीणा, विपिन कुमार मिश्रा, अंशुल गुप्ता, कुंवर अनुपम सिंह और गौतम जैन शामिल हैं।
वहीं, 2016 बैच के चार आईपीएस अधिकारियों अक्षय गोदारा, गौरव सिंह सोगवरवाल, शुभम पटेल और स्वप्निल खरे के नाम भी इस लिस्ट में शामिल हैं। उधर, सभी आईपीएस अफसरों को साल 2018 की संपत्ति का ब्यौरा 31 जनवरी तक विभागीय आंतरिक पोर्टल स्पैरो पर ऑनलाइन उपलब्ध कराना होगा।
Also Read: Special: जब बारात में कार ले जाने के लिए सुलखान सिंह के पास नहीं थे पैसे, पिता से बोले- बैलगाड़ियां हैं न, आपकी बहू इसी से विदा करा लाएंगे
पूर्व एडीजी कार्मिक रेणुका मिश्रा ने इस बारे में आईपीएस अफसरों को पत्र लिखा है। इसमें पुलिस महानिरीक्षक स्तर के अफसरों. एडीजी और डीजी स्तर के अफसरों की प्रतिवेदक, समीक्षक, स्वीकर्ता स्तर पर प्रविष्टियां पूरी करने के लिए कट ऑफ डेट भी उपलब्ध करा दी गई है।
Also Read: यूपी: पुलिस विभाग की बड़ी लापरवाही, दिवंगत अफसर का कर दिया तबादला, DGP ने मांगी माफ़ी
वहीं, कई अधिकारियों की 2017-18 की स्वमूल्यांकन रिपोर्ट की प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हो सकी है। ऐसे अफसरों को हार्ड कॉपी में अपना प्रत्यावेदन प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )



















































