गुजरात (Gujrat) की राजनीति में गुरुवार को बड़ा उलटफेर देखने को मिला। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल (CM Bhupendra Patel) की अध्यक्षता में हुई बैठक में राज्य मंत्रिपरिषद के सभी मंत्रियों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया। सूत्रों का कहना है कि यह फैसला केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर लिया गया। मुख्यमंत्री निवास पर हुई इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने मंत्रियों को निर्णय की जानकारी दी, जिसके बाद सभी ने अपने त्यागपत्र मुख्यमंत्री को सौंप दिए।
राज्यपाल को सौंपे जाएंगे इस्तीफे
जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल आज रात राज्यपाल से मुलाकात कर पूरी मंत्रिपरिषद के इस्तीफे सौंपेंगे। माना जा रहा है कि यह कदम आगामी कैबिनेट विस्तार की तैयारी का हिस्सा है। शुक्रवार सुबह 11:30 बजे गांधीनगर के महात्मा मंदिर में नई मंत्रिपरिषद शपथ लेगी। इस मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा की मौजूदगी की भी संभावना है। हालांकि अब तक भाजपा या मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।
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नई टीम में होंगे युवा और नए चेहरे
भाजपा संगठन से जुड़े सूत्रों के अनुसार, यह फेरबदल सरकार और संगठन में नई ऊर्जा भरने की रणनीति का हिस्सा है। पार्टी चाहती है कि 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले प्रशासनिक स्तर पर ताजगी और संतुलन लाया जाए। मौजूदा 16 सदस्यीय मंत्रिपरिषद का विस्तार कर इसे 25 से 26 सदस्यों तक किया जा सकता है। अनुमान है कि 7 से 10 मौजूदा मंत्री बाहर हो सकते हैं, जबकि संगठन से जुड़े अनुभवी और युवा नेताओं को कैबिनेट में जगह दी जाएगी।
जातीय संतुलन और क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व पर रहेगा जोर
सूत्रों का कहना है कि नए मंत्रिमंडल में भाजपा जातीय और क्षेत्रीय संतुलन का पूरा ध्यान रखेगी। संगठन से जुड़े खांटी विधायकों को प्राथमिकता दी जाएगी ताकि पार्टी की जड़ें और मजबूत हों। सभी जोन और वर्गों से प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने की तैयारी चल रही है। बताया जा रहा है कि जिन विधायकों को नई टीम में शामिल किया जाना है, उन्हें आज देर शाम तक कॉल आने शुरू हो जाएंगे। पार्टी का लक्ष्य है कि नई टीम के जरिए राज्य की राजनीति में एक ताजगी और स्थिरता का संदेश दिया जाए।



















































