उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में देश की चर्चित साइकिल कंपनी एटलस (Atlas Cycle Company) ने अपनी फैक्ट्री अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दी है। कंपनी बंद करने के पीछे आर्थिक तंगी का हवाला दिया गया है। कंपनी बंद करने के फैसले पर अब सियासत शुरू हो गई है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे बीजेपी की गलत नीतियों की वजह से शुरू हई एक और ‘बंदी’ बताया है।
सपा अध्यक्ष ने ट्वीट कर कहा कि आर्थिक मंदी की वजह से उप्र की प्रसिद्ध एटलस साइकिल कंपनी में ‘उत्पादन बंदी’ की ख़बर बेहद चिंताजनक है। इससे हजारों मज़दूरों के सामने जीविका का संकट खड़ा हो गया है। बेरोज़गारी के इस दौर में ये गरीब अब कहां जाएंगे? भाजपा की गलत नीतियों की वजह से अब एक और ‘बंदी’ शुरू।
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जानकारी के अनुसार, एटलस कंपनी में 2 जून तक फैक्ट्री में सामान्य दिनों की तरह काम हुआ। 3 जून की सुबह कर्मचारी काम करने पहुंचे तो ले-ऑफ का नोटिस लगा देखा। इसमें लिखा था कि कंपनी का कामकाज चलाने के लिए रुपये नहीं हैं। न ही उनके पास कोई निवेशक है। कंपनी 2 साल से घाटे में है और अपना दैनिक खर्च भी नहीं निकाल पा रही है, इसलिए कर्मचारियों को ले-ऑफ पर भेजा जा रहा है।
कर्मचारी साप्ताहिक अवकाश को छोड़कर रोजाना फैक्ट्री के बाहर मशीन के जरिए अपनी हाजिरी लगाकर जाएंगे। साहिबाबाद साइट-4 में साइकल बनाने वाली इकलौती कंपनी एटलस में लगभग 1000 कर्मचारी काम करते हैं। यहां काम करने वाले कर्मचारी अनेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि वह 2001 से फैक्ट्री में काम कर रहे हैं। उन्हें हर महीने 13000 रुपये वेतन मिलता था।
उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के बाद कंपनी ने उन लोगों को मार्च और अप्रैल में आधा वेतन दिया। मई का उन लोगों को कोई वेतन नहीं मिला और अब अचानक फैक्ट्री बंद कर दी गई। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि अब उनका परिवार कैसे चलेगा। कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों को समझ ही नहीं आ रहा है कि अब वे क्या करें।
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बता दें कि इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी एटलस कंपनी के बंद होने के मुद्दे को उठाया था उन्होंने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि कल विश्व सायकिल दिवस के मौके पर सायकिल कम्पनी एटलस की गाजियाबाद फैक्ट्री बंद हो गई। 1000 से ज्यादा लोग एक झटके में बेरोजगार हो गए। सरकार के प्रचार में तो सुन लिया कि इतने का पैकेज, इतने MoU, इतने रोजगार। लेकिन असल में तो रोजगार खत्म हो रहे हैं, फैक्ट्रियां बंद हो रही हैं। लोगों की नौकरियाँ बचाने के लिए सरकार को अपनी नीतियाँ और योजना स्पष्ट करनी पड़ेगी।
यही नहीं, बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी ट्वीट करते हुए लिखा कि ऐसे समय जबकि लॉकडाउन के कारण बंद पड़े उद्योगों को खोलने के लिए आर्थिक पैकेज आदि सरकारी मदद देने की बात की जा रही है, वहीं यूपी के गाजियाबाद स्थित एटलस जैसी प्रमुख साइकल फैक्ट्री के धन अभाव में बन्द होने की खबर चिन्ताओं को बढ़ाने वाली है। सरकार तुरन्त ध्यान दे तो बेहतर है।
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