जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार से रमजान के महीने के दौरान जम्मू-कश्मीर में ‘संघर्ष विराम’ घोषित करने की अपील की है. उन्होंने कहा है, ‘रमजान का पवित्र महीना शुरू होने वाला है. दिन और रात के समय लोग इबादत के लिए मस्जिदों का रुख करेंगे. ऐसे में नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार से मेरी अपील है कि बीते साल की तरह वह इस साल भी राज्य में संघर्ष विराम की घोषणा करे. आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई और तलाशी अभियान रोके जाएं जिससे राज्य के लोग राहत के साथ रमजान का महीना गुजार सकें.’
इसके अलावा महबूबा ने आतंकी संगठनों से भी अपील करते हुए कहा कि मैं आतंकवादियों से भी यह कहना चाहती हूं कि रमजान का महीना इबादत और दुआओं का महीना होता है, ऐसे में उनको भी इसका ख्याल करते हुए इस दौरान किसी भी तरह का आतंकी हमला नहीं होना चाहिए. बता दें कि महबूबा मुफ्ती के सीएम रहते हुए केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में बीते साल रमजान के महीने में सीजफायर का ऐलान किया था. जम्मू-कश्मीर में सीजफायर की घोषणा होने के बाद भी सुरक्षाबलों पर कई आतंकी हमले हुए थे. इसके अलावा कई बार आतंकियों ने स्थानीय नागरिकों को भी निशाना बनाने की कोशिश की थी.
इससे पहले पिछले साल केंद्र सरकार ने रमजान के महीने में वहां एकतरफा संघर्ष विराम का ऐलान किया था. तब सरकार ने कहा था कि वह आतंकवादियों के खिलाफ तब तक कोई कार्रवाई नहीं करेगी जब तक कि सुरक्षा बलों या नागरिकों पर आतंकियों की तरफ से कोई हमला नहीं होता. हालांकि संघर्ष विराम के दौरान वहां कई हमले हुए थे जिनमें सुरक्षा बलों के 17 जवान भी शहीद हुए थे. साथ ही जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने 22 आतंकवादियों को मार भी गिराया था.
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