राहुल गांधी अपने इस्तीफे पर अड़े, कहा-किसी गैर गांधी को अध्यक्ष खोज लें कांग्रेस नेता, पार्टी में हलचल

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं को यह स्पष्ट कर दिया है कि वह अपने इस्तीफे के फैसले से पीछे नहीं हटेंगे. उन पर इस्तीफा वापस ना लेने के लिए दबाव ना डाला जाए. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक राहुल से सोमवार को पार्टी के सीनियर नेता केसी वेणुगोपाल और अहमद पटेल से मुलाकात की. राहुल ने साफ कर दिया कि वह पार्टी अध्यक्ष नहीं बने रहना चाहते. इसलिए उनका रिप्लेसमेंट खोज लिया जाए. नया अध्यक्ष कोई नॉन गांधी होना चाहिए.


राहुल गांधी ने कांग्रेस नेताओं से प्रियंका गांधी का नाम भी ना चलाने को कहा है. दरअसल राहुल गांधी की नाराजगी इस बात को लेकर है कि उनके प्रचार अभियान के दौरान सीनियर नेता खामोशी से बैठे रहे या भितरघात करते रहे. उन्होंने पार्टी को चुनाव जिताने में मदद नहीं की. उनकी नाराज़गी नवनिर्वाचित मुख्यमंत्रियों कमलनाथ और अशोक गहलोत के अलावा एक दर्जन सीनियर कांग्रेस नेताओं से है.


बता दें कि 542 सीटों पर हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को महज 52 सीटें ही मिली हैं. 2014 के आम चुनावों के बाद यह लगातार दूसरा मौका है, जब कांग्रेस पार्टी की सीटें दोहरे अंकों पर ही सिमट गई हैं. यही नहीं लगातार दूसरी बार वह नेता विपक्ष का पद हासिल करने लायक सीटें भी नहीं ला पाई है. 2014 में कांग्रेस को 44 सीटें ही मिली थीं. कांग्रेस का 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में खाता भी नहीं खुला.


इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केसी वेणुगोपाल से मुलाकात कर कहा है कि सीडब्ल्यूसी की बैठक की जो जानकारी मीडिया में कुछ कांग्रेस नेताओं के द्वारा लीक की गई है उसे पार्टी का नुकसान हो रहा है. मीडिया में चल रही नकारात्‍मक खबरों से कांग्रेस पार्टी के नेता परेशान हैं. आज कांग्रेस के मीडिया डिपार्टमेंट प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने  बयान जारी किया और लिखा- ‘CWC विचारों के आदान-प्रदान और कार्रवाई करने के लिए एक लोकतांत्रिक मंच है. कांग्रेस को उम्मीद है कि मीडिया सहित सभी लोग बंद दरवाजे की बैठक की शुचिता का सम्मान करेंगे. मीडिया के एक वर्ग में विभिन्न अनुमान, अटकलें लगाना अनुचित हैं.’


उधर राहुल गांधी ने अपनी सभी बैठकें और कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. वह कांग्रेस पार्टी के किसी भी बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं ना उन्होंने कोई बैठक बुलाई है. यहां तक कि पार्टी के जीते हुए सांसदों से भी राहुल गांधी ने अभी तक मुलाकात नहीं की है. तमाम सांसदों ने राहुल गांधी से मिलने के लिए अर्जी लगाई है, लेकिन उनको कोई जवाब नहीं मिला है.


शनिवार को हुई कांग्रेस की वर्किंग कमिटी की मीटिंग में राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने पद से इस्तीफे की पेशकश की थी. हालांकि कांग्रेस की शीर्ष निर्णायक संस्था के सदस्यों ने एकमत से उनके प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. यही नहीं कहा जा रहा है कि इस मीटिंग के दौरान राहुल गांधी ने पी. चिदंबरम, अशोक गहलोत और कमलनाथ जैसे सीनियर नेताओं पर पार्टी से ज्यादा बेटों को तवज्जो देने का भी आरोप लगाया था. कांग्रेस वर्किंग कमिटी की मीटिंग में सीनियर नेताओं के अलावा सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं.


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