AMU के 14 छात्रों पर योगी सरकार ने दर्ज कराया देशद्रोह का मुकदमा, मायावती बोलीं- साम्प्रदायिक द्वेष से काम रही सरकार

बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार द्वारा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के 14 छात्रों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किए जाने की आलोचना की है. साथ ही इस कार्रवाई को सरकारी आतंक की मिसाल करार दिया है. मायावती ने मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा गोहत्या के शक में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर की गई कार्रवाई को भी ‘बर्बर’ बताते हुए इसपर भी नाराजगी जाहिर की है.


मायावती ने एक बयान में कहा, ‘छात्रों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाना सरकारी आतंक की मिसाल है. सरकारों को छात्र जीवन ध्वस्त कर देने वाली ऐसी अनावश्यक क्रूर कार्रवाइयों से दूर रहना चाहिए. एक तरफ जहां बीजेपी सरकार द्वारा बोलने की आजादी को खत्म करने के लिए देशद्रोह जैसे गंभीर और सख्त कानून को मजाक बना दिया गया है, वहीं एमपी में कांग्रेस पार्टी की नई सरकार भी पूरी तरह से पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार के नक्शेकदम पर चलते हुए, गोहत्या के शक में कई मुसलमानों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत बर्बर कार्रवाई कर रही है.’


बीएसपी चीफ ने कहा, ‘कांग्रेस और बीजेपी दोनों की ही सरकारें जातिवादी होने के साथ-साथ साम्प्रदायिक द्वेष की भावना के तहत काम करती नजर आती हैं. अब आम जनता को खासतौर से यह सोचना होगा कि बीजेपी और कांग्रेस पार्टी की सरकारों की सोच और कार्यकलाप में क्या अन्तर रह गया है?’ मालूम हो कि मध्य प्रदेश सरकार ने गोहत्या के संदेह के आधार पर अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ लोगों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की है. वहीं, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में बुधवार को 14 छात्रों पर देश विरोधी नारे लगाने के आरोप में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है.


दरअसल अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के चौदह छात्रों पर मंगलवार शाम देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है. यह कार्रवाई रिपब्लिक टीवी क्रू के साथ एक विवाद के बाद की गई है. छात्रों पर कार्रवाई BJP युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष मुकेश लोधी और रिपब्लिक टीवी के पत्रकार की शिकायत के बाद की गई है. बीजेपी नेता मुकेश लोधी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि उन पर एएमयू के छात्रों ने हमला किया और यह छात्र पाकिस्तान जिंदाबाद और भारत मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे.


लोधी ने कहा कि एएमयू के हिंदू मुस्लिम छात्रों में तनाव था. मेरी कार पर इन्हीं छात्रों ने हमला किया. बीजेपी सरकार सत्ता में आई है, जिससे हिंदुओं ने बोलने से पहले खुद को सशक्त महसूस किया है. पहले हमारी आवाज को दबा दिया गया था.


जानें पूरा मामला

एएमयू छात्रसंघ की ओर से मंगलवार को आयोजित एक कार्यक्रम में ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल उल मुस्लिमीन के सांसद असदुद्दीन ओवैसी को आमंत्रित किया गया है. इसके विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कुछ कार्यकर्ताओं ने एएमयू के फैज गेट के पास प्रदर्शन किया. हालांकि ओवैसी कार्यक्रम में नहीं आए, लिहाजा इसे लेकर खड़ा हुआ विवाद खत्म हो गया. इसी बीच कार्यक्रम की कवरेज के लिए आए मीडिया के लोगों से छात्रों और विश्वविद्यालय कर्मचारियों की बहस हो गई.


पुलिस ने बताया कि दोनों घटनाएं एक दूसरे से जुड़ी हुई नहीं थीं लेकिन इनकी वजह से एएमयू परिसर में हालात तनावपूर्ण हो गए. इसे लेकर समाचार चैनल और एएमयू प्रशासन की ओर से एक-दूसरे के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है. इस बीच एबीवीपी ने शिकायत दर्ज करायी है कि विश्वविद्यालय के फैज गेट के पास उनके सदस्यों के साथ मारपीट हुई और उनकी एक बाइक जला दी गई.


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