दीपावली से पहले मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी में योगी सरकार, ये विधायक बन सकते हैं मंत्री

बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की समन्वय वैठक में योगी मंत्रिमंडल में फेरबदल पर मुहर लगने के बाद सत्ता के गलियारों में इसे लेकर चर्चा तेज हो गयी है. जो पहले से पहले से मंत्री वो खुद की जगह बचाने के लिए जुगत भिड़ा रहे है और कुछ विधायक मंत्री बनने के लिए पेशबंदी में जुट गए हैं. फेरबदल को लेकर चल रही सुगबुगाहट की माने तो दीपावली से पहले फेरबदल की सम्भावना है.

 

इस फेरबदल के तहत कुछ नए लोगों को शपथ दिलाई जा सकती है. कुछ के विभाग बदले जा सकते हैं. कुछ लोगों को प्रोन्नत किया जा सकता है, तथा कुछ स्वतंत्र प्रभार के तीन-चार राज्य मंत्रियों को कैबिनेट का दर्जा दिया जा सकता है. इनमें स्वतंत्र देव सिंह, महेंद्र सिंह, सुरेश राणा और उपेंद्र तिवारी के नाम शामिल हैं.

 

बेसिक शिक्षा के साथ ही सहकारिता समेत कुछ विभागों में फेरबदल होने के कयास लगाये जा रहे हैं. इस बार जहां चार मंत्रियों के कद में बढ़ोत्तरी होगी तो वहीं कुछ मंत्रियों के पर भी कतरे जा सकते हैं. खराब रिपोर्ट कार्ड वाले मंत्री अपने पदों की रक्षा के लिए दबाव की राजनीति करने में अभी से जुट गए हैं.

 

ये विधायक बन सकते हैं मंत्री 

भाजपा संगठन में प्रभावी भूमिका निभा रहे प्रदेश महामंत्री विजय बहादुर पाठक, अशोक कटारिया और विद्यासागर सोनकर जैसे कुछ लोगों को शपथ दिलाई जा सकती है. इनके साथ ही अपना दल के आशीष पटेल, फैजाबाद के रामचंद्र यादव अवतार सिंह भड़ाना, विजय बहादुर पाठक, पंकज सिंह और यशवंत सिंह का नाम चर्चाओं में है. भाजपा में चल रही चर्चा के अनुसार, प्रदेश उपाध्यक्ष जेपीएस राठौर को भी शपथ दिलाई जा सकती है और अगले वर्ष होने वाले विधान परिषद के चुनाव में उन्हें मैदान में उतारा जा सकता है.

 

वर्तमान मंत्रियों में फेरबदल 
नए मंत्रिमंडल में कई मंत्रियों के पर कतरे जा सकते हैं. ऐसे मंत्री जिनके कामकाज को लेकर विवाद रहा है और जो मंत्री बनने के बाद भी प्रदेश में कोई छाप नहीं छोड़ पाए हैं, उनका डिमोशन तय है. इसके साथ ही सरकार के कई विभागों के पुनर्गठन का काम चल रहा है. इसी के साथ कुछ मंत्रियों की जिम्मेदारी बढ़ाई जा सकती है. इनमें श्रीकांत शर्मा, ब्रजेश पाठक, सुरेश राणा, महेंद्र सिंह, स्वतंत्र देव सिंह सहित कुछ नाम शामिल हैं. स्वतंत्र प्रभार के कुछ मंत्रियों का ओहदा बढ़ाकर कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है.

 

योगी मंत्रिमंडल की वर्तमान स्थिति 

योगी मंत्रिमंडल में अभी कुल 47 मंत्री हैं. उनमें सीएम, दो डिप्टी सीएम, 22 कैबिनेट मंत्री, 9 स्वतंत्र प्रभार के मंत्री और 13 राज्यमंत्री हैं. नियमानुसार यूपी मंत्रिमंडल में कुल 60 मंत्री हो सकते हैं. इस हिसाब से कुल 13 नए मंत्रियों के लिए जगह अभी बाकी है. तो ये कयास लगाए जा रहे हैं कि 6-13 विधायकों का पद बढ़ सकता है.

 

सूत्रों की मानें तो इसमें राजनीतिक, जातीय और भौगोलिक बैलेंस बनाने की कोशिश होगी. दलित और ओबीसी समाज को वरीयता मिलेगी. इसके बाद सवर्ण नेताओं का नंबर होगा. सरकार के सामने पूर्वी और पश्चिमी यूपी में सामंजस्य बनाने की भी चुनौती है. आनंदी वाटर पार्क में आरएसएस, भाजपा और राज्य सरकार की समन्वय बैठक में मंत्रियों, सांसद और विधायकों की किरकिरी होने और कार्यकर्ताओं की शिकायत के बाद नेतृत्व बदलाव के मूड में आ गया है.

 

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